पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को केंद्र सरकार से गंगासागर मेले को राष्ट्रीय मेला घोषित करने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने सागर द्वीप को मुख्य भूमि से जोड़ने के लिए पुल बनाने का वादा पूरा नहीं किया। साथ ही ममता बनर्जी ने कहा कि हमने गंगासागर के लिए बहुत कुछ किया है, लेकिन केंद्र सरकार इसे राष्ट्रीय मेला बनाने की हमारी मांग पर ध्यान नहीं देती। उन्होंने यह भी कहा कि कुंभ मेला के लिए केंद्र सरकार हजारों करोड़ रुपये देती है, जबकि गंगासागर मेले के लिए मदद नहीं मिल रही है। मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने तीर्थयात्रियों को सागर द्वीप तक पहुंचने में सहूलियत देने के लिए पुल बनाने का वादा किया था, लेकिन वह वादा अब तक पूरा नहीं हुआ। ममता बनर्जी ने कहा कि अब उनकी सरकार खुद ही पुल बनाने की योजना बना रही है और इसके लिए सर्वेक्षण और टेंडर भी जारी किए जा चुके हैं।उन्होंने बताया कि पुल बनाने में तीन से चार साल का समय लगेगा और इसकी लागत करीब 1,500 करोड़ रुपये होगी। साथ ही बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार ने गंगासागर मेले के लिए बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाया है और वहां एक हेलीपैड भी तैयार किया है। इसके अलावा, उन्होंने कपिल मुनि आश्रम के पुजारी से अनुरोध किया कि वह समुद्र को आगे बढ़ने से रोकने के लिए कंक्रीट संरचनाओं का निर्माण करें। अपने बयान में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आगे ये भी कहा कि उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि गोसाबा और पाथरप्रतिमा के लिए अलग उप-विभाग बनाए जाएं, जिससे इन इलाकों के लोगों को सरकारी काम में आसानी हो सके।