मणिपुर में एक बस से राज्य का नाम हटाए जाने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने सोमवार को भी आंसू गैस के गोले छोड़े और उन्हें रैली निकालने से रोक दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मानव श्रृंखला बनाकर प्रदर्शन किया।
एक अधिकारी ने बताया कि राज्यपाल सोमवार को दोपहर नई दिल्ली से इंफाल पहुंचे और विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर राजभवन से करीब 300 मीटर दूर स्थित कांगला फोर्ट पहुंचने के लिए सेना के हेलीकाप्टर से गए। भल्ला आधिकारिक कामों के लिए 21 मई को मणिपुर से दिल्ली गए थे। इससे पहले बड़ी संख्या में महिलाएं व छात्र इंफाल पश्चिम जिले के क्वाकेईथेल में एकत्र हुए और उन्होंने राज भवन तक रैली निकालने की योजना बनाई।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को वहीं पर रोक दिया गया। उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। हालांकि महिलाओं व छात्रों ने राज भवन से 200 मीटर पहले तक करीब छह किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाकर विरोध जताया।
प्रदर्शनकारी बीते दिनों पत्रकारों को एक महोत्सव में लेकर जा रही राज्य परिवहन की बस से मणिपुर शब्द को हटाए जाने का विरोध कर रहे हैं और इस मामले में सरकार से माफी की मांग कर रहे हैं। बिष्णुपुर जिले में भी लेागों ने मानव श्रृंखला बनाकर प्रदर्शन किया।
मणिपुर में सुरक्षा बलों ने विभिन्न प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े तीन उग्रवादियों को जबरन वसूली की गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है। प्रतिबंधित यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (पंबेई) के एक कैडर को बिष्णुपुर जिले से गिरफ्तार किया गया। प्रतिबंधित कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी के एक सक्रिय कार्यकर्ता को इंफाल पश्चिम जिले से गिरफ्तार किया गया। वहीं, प्रतिबंधित केसीपी (ताइबांगनगांबा) के एक सदस्य को इंफाल पूर्वी जिले से गिरफ्तार किया गया है।
मणिपुर में 3.1 करोड़ रुपये मूल्य की लकड़ी जब्तअसम राइफल्स ने कहा कि अर्धसैनिक बल और मणिपुर पुलिस ने टेंग्नौपाल जिले में 3.10 करोड़ रुपये मूल्य की अवैध रूप से परिवहन की गई लकड़ी जब्त की है। 23 मई को अभियान के दौरान 610 टन लकड़ी ले जा रहे 61 वाहनों को जब्त किया गया। जब्त लकड़ी और वाहनों को आगे की जांच के लिए तेंगनौपाल पुलिस थाने को सौंप दिया गया है।