नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फिजी के प्रधानमंत्री सिटिवेनी लिगामामादा राबुका के बीच सोमवार को हैदराबाद हाउस में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। यह राबुका की प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली भारत यात्रा है।
बैठक में दोनों देशों ने रक्षा और सुरक्षा क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का निर्णय लिया। साथ ही, भारत और फिजी के बीच सात समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।
संयुक्त बयान में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और फिजी भले ही समुद्र से अलग हों, लेकिन उनकी आकांक्षाएँ समान हैं। उन्होंने फिजी के लिए जलवायु परिवर्तन को गंभीर खतरा बताते हुए आपदा प्रबंधन और प्रतिक्रिया में सहयोग का आश्वासन दिया। मोदी ने कहा कि भारत वैश्विक दक्षिण के विकास का सह-यात्री है और ऐसी विश्व व्यवस्था का पक्षधर है, जिसमें स्वतंत्रता और पहचान का सम्मान हो।
यात्रा के दौरान राबुका ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। विदेश मंत्रालय ने उन्हें वैश्विक दक्षिण और एफआईपीआईसी (Forum for India-Pacific Islands Cooperation) का महत्वपूर्ण साझेदार बताया।
‘सुरक्षा के क्षेत्र में आपसी सहयोग को मजबूत करने का फैसला‘
संयुक्त बयान के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत और फिजी ने रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्रों में आपसी सहयोग को मजबूत करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन फिजी के लिए खतरा है; हम आपदा प्रतिक्रिया से निपटने में उसकी मदद करेंगे।
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि भारत और फिजी भले ही समुद्र के पार हों, लेकिन हमारी आकांक्षाएँ एक ही नाव पर सवार हैं। भारत वैश्विक दक्षिण के विकास में सहयात्री है। उन्होंने कहा कि हम एक ऐसी विश्व व्यवस्था के निर्माण में भागीदार हैं जहां वैश्विक दक्षिण की स्वतंत्रता, विचारों और पहचान का सम्मान किया जाता है।
महात्मा गांधी की समाधि पर अर्पित की श्रद्धांजलि
सोमवार को फिजी के पीएम राजघाट पहुंचे, जहां पर उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि भी अर्पित की। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक्स पर श्रद्धांजलि की तस्वीरें साझा कीं और फिजी के नेता को एक महत्वपूर्ण वैश्विक दक्षिण और एफआईपीआईसी भागीदार बताया।