नई दिल्ली। भारत और अफ्रीकी देश अंगोला के बीच संबंधों में नई मजबूती देखने को मिल रही है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को कहा कि भारत अंगोला के साथ अपने द्विपक्षीय रिश्तों को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने स्पष्ट किया कि दोनों देशों के बीच डिजिटल तकनीक, रक्षा उत्पादन, कृषि और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में सहयोग को और विस्तारित किया जाएगा।
राष्ट्रपति भवन में अंगोला के विदेश मंत्री तेते अंतोनियो से मुलाकात के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, “भारत और अंगोला के बीच ऐतिहासिक और भावनात्मक संबंध हैं। अब समय आ गया है कि हम इन रिश्तों को तकनीक और विकास की नई दिशा में आगे बढ़ाएं। भारत अंगोला की विकास यात्रा में एक भरोसेमंद साझेदार बना रहेगा।”
बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने निवेश, नवीकरणीय ऊर्जा, खनन और रक्षा उद्योग में संभावित साझेदारी पर भी चर्चा की। राष्ट्रपति मुर्मू ने अंगोला की सरकार द्वारा भारतीय निवेशकों को दिए जा रहे सहयोग की सराहना की और कहा कि इससे दोनों देशों के व्यापारिक रिश्ते और मजबूत होंगे।
भारत ने अंगोला में डिजिटल कनेक्टिविटी, ई-गवर्नेंस और कृषि तकनीक के क्षेत्र में विशेषज्ञता साझा करने की पेशकश की है। वहीं, अंगोला ने भारत को तेल और गैस क्षेत्र में संयुक्त परियोजनाओं में भागीदारी का आमंत्रण दिया है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि अफ्रीका भारत की विदेश नीति का अहम स्तंभ है और भारत ‘ग्लोबल साउथ’ की आवाज़ को और बुलंद करने के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत अफ्रीकी देशों के साथ मिलकर जलवायु परिवर्तन और खाद्य सुरक्षा जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए प्रयासरत है।
विदेश मंत्री तेते अंतोनियो ने भारत को अंगोला के “विश्वसनीय मित्र और रणनीतिक साझेदार” बताते हुए कहा कि दोनों देशों के रिश्ते आपसी सम्मान और समानता पर आधारित हैं। उन्होंने भारत के तकनीकी और शिक्षा क्षेत्र में योगदान की भी सराहना की।
बैठक के बाद दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों ने सहयोग के लिए एक संयुक्त कार्य योजना (Joint Action Plan) पर सहमति जताई, जिसके तहत आने वाले महीनों में कई परियोजनाएं शुरू की जाएंगी।
भारत-अंगोला रिश्तों की नई इबारत: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बोलीं—डिजिटल, रक्षा और कृषि क्षेत्रों में होगा गहरा सहयोग





