ब्रिटेन तेजी से एआई (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) और चैटजीपीटी को अपना रहा है। ब्रिटेन के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री पीटर काइल ने कहा कि बच्चों को होमवर्क में मदद करने के लिए चैटजीपीटी के उपयोग करने की अनुमति दी जानी चाहिए। ब्रिटेन एआई के भविष्य को लेकर रूपरेखा तय कर रहा है। एक इंटरव्यू में यूके के मंत्री काइल ने कहा कि अगर सही तरीके और सही निगरानी में चैटजीपीटी का उपयोग किया जाता है तो इसे बच्चों के होमवर्क में मदद करने की अनुमति देने से कोई हर्ज नहीं है। चैटजीपीटी और एआई जिस तकनीकी भाषा का उपयोग कर रही है, वह पहले से ही अर्थव्यवस्था में इस्तेमाल हो रही है। उन्होंने कहा कि मुझे कैलकुलेटर के बारे में बातचीत याद है। हमें यह तय करना होगा कि बच्चे और युवा इस तकनीक का उपयोग सीखें और इसे सीखने के विकास में शामिल करें। उन्होंने कहा कि चैटजीपीटी का उपयोग बच्चों के दिमाग की गति को तेज कर सकता है। उन्होंने कहा कि कुछ बच्चे असाधारण प्रतिभा वाले होते हैं। चैटजीपीटी और एआई का प्रयोग करके उनमें ऊर्जा का संचार किया जा सकता है। उन्हें जो अन्य जगहों पर नहीं मिल रहा है, वह यहां मिल सकता है।
चैटजीपीटी एक ऑनलाइन एआई-संचालित भाषा मॉडल (एलएलएम) है। यह चैटबॉट के साथ मानव जैसी बातचीत करने और बहुत कुछ करने में सक्षम है। पिछले कुछ वर्षों में एआई चैटबॉट ने स्कूलों और कॉलेजों में सीखने की संरचना के बारे में सवाल उठाए हैं जहां अधिक से अधिक छात्र केवल होमवर्क पूरा करने और परीक्षा पास करने के लिए ऐसे कार्यक्रमों पर निर्भर हैं।
हाल ही में ब्रिटेन में कीर स्टार्मर की पार्टी की सरकार ने एआई कार्ययोजना लागू करने की तैयारी की है। स्टार्मर सरकार का मानना है कि अगर एआई को पूरी तरह से अपनाया जाता है तो यह हर साल 47 बिलियन पाउंड का अर्थव्यवस्था में निवेश कर सकती है। साथ ही अगर निजी क्ष्रेत्र ने इसमें 14 बिलियन पाउंड का निवेश किया तो इससे करीब 13 हजार नई नौकरियां पैदा होंगी। मंत्री काइल ने कहा कि हमारा लेबर प्रशासन एआई सुरक्षा पर पाठ्यक्रम सुधार लागू करेगा।