Thursday, November 13, 2025

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बोत्सवाना से अगले माह आएंगे आठ चीते, भूपेंद्र यादव बोले- भारत अब चीतों का स्वाभाविक घर बन गया

भारत में ‘प्रोजेक्ट चीता’ को नई गति मिलने जा रही है। अगले माह अफ्रीकी देश बोत्सवाना से आठ नए चीते भारत लाए जाएंगे। केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने जानकारी दी कि इन चीतों के आगमन के साथ ही भारत चीतों के लिए “स्वाभाविक और सुरक्षित घर” के रूप में स्थापित हो चुका है।
भूपेंद्र यादव ने बताया कि नए चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क या किसी वैकल्पिक अभयारण्य में बसाने की तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा कि अब तक भारत में पुनर्वासित चीतों ने न केवल स्थानीय जलवायु को स्वीकार किया है बल्कि सफल प्रजनन भी शुरू कर दिया है, जो इस परियोजना की सबसे बड़ी उपलब्धि है।

मंत्री ने बताया कि बोत्सवाना से आने वाले इन आठ चीतों में नर और मादा दोनों शामिल होंगे। सभी को आवश्यक स्वास्थ्य परीक्षणों और पर्यावरणीय अनुकूलन की प्रक्रिया पूरी करने के बाद भारत भेजा जाएगा। इनकी यात्रा और निगरानी के लिए विशेषज्ञों की एक विशेष टीम गठित की गई है, जिसमें भारतीय और अफ्रीकी दोनों देशों के वन्यजीव वैज्ञानिक शामिल होंगे।
यादव ने कहा कि चीतों की वापसी से भारत के पारिस्थितिकी तंत्र में एक महत्वपूर्ण संतुलन बहाल हो रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत में पुनर्वास कार्यक्रम के तहत अब तक कई चीते सफलतापूर्वक जंगलों में स्थापित हो चुके हैं और कुछ ने शावकों को भी जन्म दिया है।
उन्होंने कहा, “भारत अब केवल चीतों का पुनर्वास केंद्र नहीं रहा, बल्कि यह उनकी प्राकृतिक विरासत का हिस्सा बन चुका है। आने वाले समय में यह पहल वैश्विक स्तर पर वन्यजीव संरक्षण का एक आदर्श उदाहरण बनेगी।”
उल्लेखनीय है कि भारत में 1952 में चीतों को विलुप्त घोषित कर दिया गया था। वर्ष 2022 में नामीबिया से आठ चीतों की पहली खेप कूनो नेशनल पार्क लाई गई थी। इसके बाद से ही देश में इस प्रजाति को पुनर्जीवित करने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

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