अमेरिका ने मैक्सिको-कनाडा पर 25 फीसदी और चीन पर 10 फीसदी टैरिफ लगाया है। अमेरिकी टैरिफ के जवाब में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी 25 फीसदी टैरिफ की घोषणा की है। जिसके बाद, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि अमेरिका के समर्थन के बिना कनाडा अस्तित्व में नहीं रहेगा, क्योंकि अमेरिका कनाडा को सब्सिडी देता है। इस दौरान ट्रंप ने आरोप लगाया कि अवैध ओपिओइड और अन्य दवाओं की सप्लाई हो रही है, जिसमें कनाडा सक्रिय भूमिका निभा रहा है, जिससे अमेरिका में लोग बीमार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कनाडा इन दवाओं को रोकने में सहयोग नहीं कर रहा है। ट्रंप ने कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने के रुख को दोहराया। इससे कनाडा के लोगों को कम कर देना होगा और उन्हें बेहतर सुरक्षा जैसे फायदे मिलेंगे।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा, ‘हम कनाडा को सब्सिडी देने के लिए सैकड़ों अरबों डॉलर खर्च करते हैं। हमें उनके पास मौजूद चीजों की जरूरत नहीं है। हमारे पास असीमित ऊर्जा है, हमें अपनी कारें खुद बनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे पास इतनी लकड़ी है, जिसका हम कभी उपयोग नहीं कर सकते। उन्होंने आगे कहा कि इस भारी सब्सिडी के बिना कनाडा का अस्तित्व खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इसलिए कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनना चाहिए।’अमेरिकी टैरिफ के जवाब में कनाडा के पीएम ट्रूडो ने घोषणा की कि कनाडा अमेरिकी सामानों पर 25 फीसदी टैरिफ लगाएगा, जिसका मूल्य 155 बिलियन डॉलर है। उन्होंने अपने लोगों से स्थानीय उत्पाद खरीदने और कनाडा में छुट्टियां बिताने की अपील की।
ट्रूडो ने शनिवार (स्थानीय समयानुसार) एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कनाडा की प्रतिक्रिया दूरगामी होगी। इसमें अमेरिकी बीयर, वाइन, बोरबॉन फल, फलों के रस जैसी रोजमर्रा की वस्तुएं शामिल होंगी।
ट्रूडो ने कहा कि मंगलवार (स्थानीय समयानुसार) से 30 बिलियन डॉलर के सामान पर तुरंत टैरिफ लगेगा, और फिर 21 दिनों में 125 बिलियन डॉलर के अन्य अमेरिकी उत्पादों पर भी टैरिफ लगाए जाएंगे, ताकि कनाडाई कंपनियों को विकल्प तलाशने का मौका मिले।