ढाका: बांग्लादेश में चल रहा राजनीतिक संकट आज उस वक्त और गहरा गया जब मुख्य विपक्षी दल बीएनपी (BNP) के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान का विमान बांग्लादेशी हवाई क्षेत्र (एयरस्पेस) में दाखिल हुआ। एक तरफ जहां उनके समर्थक स्वागत की तैयारियों में जुटे हैं, वहीं दूसरी तरफ राजधानी ढाका बम धमाकों और हिंसक झड़पों की आग में झुलस रही है। शहर के कई हिस्सों में हालात पूरी तरह बेकाबू हो चुके हैं।
1. तारिक रहमान की वापसी और राजनीतिक सरगर्मी
लंबे समय से लंदन में निर्वासन काट रहे खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान की वापसी को बांग्लादेश की राजनीति के लिए एक निर्णायक मोड़ माना जा रहा है।
- एयरस्पेस में एंट्री: जैसे ही उनके विमान ने बांग्लादेशी सीमा में प्रवेश किया, ढाका हवाई अड्डे के बाहर हजारों समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा।
- सुरक्षा घेरा: प्रशासन ने हवाई अड्डे की सुरक्षा बढ़ा दी है, हालांकि बीएनपी कार्यकर्ताओं के भारी दबाव के कारण पुलिस को पीछे हटना पड़ा है।
2. ढाका में बम हमला और अफरा-तफरी
तारिक रहमान की लैंडिंग से कुछ ही समय पहले ढाका के संवेदनशील इलाकों में सिलसिलेवार बम धमाकों की खबर आई।
- निशाना: संदिग्ध हमलावरों ने सरकारी इमारतों और भीड़भाड़ वाले चौराहों को निशाना बनाया। इन धमाकों में कई लोगों के घायल होने की सूचना है।
- आगजनी: धमाकों के तुरंत बाद प्रदर्शनकारी और भी उग्र हो गए। शहर के कई हिस्सों में वाहनों और सार्वजनिक संपत्ति को आग के हवाले कर दिया गया है।
3. सड़कों पर ‘जंग’ जैसे हालात
ढाका की सड़कें इस वक्त युद्ध का मैदान बनी हुई हैं।
- आमने-सामने की भिड़ंत: प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हिंसक झड़पें जारी हैं। पुलिस भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ रही है और रबर की गोलियों का इस्तेमाल कर रही है।
- अस्पताल हाई अलर्ट पर: शहर के प्रमुख अस्पतालों में घायलों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। डॉक्टरों को इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात रहने के निर्देश दिए गए हैं।
4. शासन और प्रशासन की स्थिति
देश में जारी अस्थिरता के बीच अंतरिम सरकार और सेना की भूमिका पर सबकी नजरें टिकी हैं।
- इंटरनेट सेवाएं प्रभावित: अफवाहों को रोकने के लिए ढाका समेत कई बड़े शहरों में इंटरनेट सेवाओं को आंशिक रूप से बंद कर दिया गया है।
- कर्फ्यू की सुगबुगाहट: बिगड़ते हालातों को देखते हुए प्रशासन राजधानी के कुछ संवेदनशील इलाकों में पूर्ण कर्फ्यू लगाने पर विचार कर रहा है।
5. अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर
बांग्लादेश के घटनाक्रम पर पड़ोसी देशों सहित अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां भी पैनी नजर रख रही हैं। भारत के साथ लगी सीमाओं पर भी बीएसएफ (BSF) ने चौकसी बढ़ा दी है ताकि घुसपैठ या सीमा पार हिंसा की किसी भी संभावना को रोका जा सके।




