बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ जारी भेदभाव को लेकर अमेरिका ने एक बार फिर उसे सख्त हिदायत दी है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा, उसे उम्मीद है कि बांग्लादेश मानवाधिकार नियमों का पालन करेगा और अपने नागरिकों के प्रति निष्पक्ष रहेगा। मंत्रालय की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा, बांग्लादेश से मानवाधिकार नियमों का पालन करने और अपने नागरिकों के प्रति निष्पक्ष रहने की अपेक्षा की जाती है। जब टैमी ब्रूस से बांग्लादेश पर आसन्न इस्लामी चरमपंथी हमलों की बांग्लादेश सेना प्रमुख की चेतावनियों पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अमेरिका को उम्मीद है कि हर देश मानवाधिकारों का पालन करेगा। ब्रूस ने कहा, हम खास तौर पर बांग्लादेश से अपने नागरिकों के व्यवहार तथा सरकार से उनकी अपेक्षाओं के बारे में जागरूक व निष्पक्ष रहने की अपेक्षा करते हैं। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की यह टिप्पणी बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की निंदा करने के बाद आई है। हाल में अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड ने भी बांग्लादेश की आलोचना की थी। इस बारे में पूछने पर, ब्रूस ने बांग्लादेश में हिंसक घटनाओं को कम करने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा, हम किसी भी देश में अल्पसंख्यकों के प्रति हिंसा या असहिष्णुता की घटना की निंदा करते हैं। हम हालात पर नजर रख रहे हैं।वहीं, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार के खिलाफ सेना के तख्तापलट की खबरों को अफवाह बताते हुए इसके लिए पराजित ताकतों को जिम्मेदार ठहराया। उनका इशारा पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की तरफ था। बांग्लादेश के 53वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मंगलवार को राष्ट्रीय टेलीविजन पर यूनुस ने कहा, अफवाहें जुलाई-अगस्त (2024) के विद्रोह के खिलाफ पराजित ताकतों के बड़े हथियार हैं। पिछले वर्षों के विपरीत, इस वर्ष राजधानी में राष्ट्रीय दिवस पर कोई सैन्य परेड नहीं होगी। जिला स्तर पर परेड हमेशा की तरह होगी। यूनुस ने कहा कि जैसे-जैसे आगामी चुनाव नजदीक आएंगे, जिसकी तारीख अभी तय नहीं हुई है, अफवाहें और खतरनाक रूप ले लेंगी।