अमेरिका में कथित ड्रग तस्करी से जुड़ी नावों पर की गई हालिया कार्रवाई को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इसी बीच अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ का बयान चर्चा में है, जिसमें उन्होंने संकेत दिया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आवश्यक होने पर बल प्रयोग करने का अधिकार रखते हैं। हेगसेथ ने कहा कि ड्रग तस्करी अमेरिका की सुरक्षा और सामाजिक संरचना के लिए गंभीर खतरा है, इसलिए इससे निपटने के लिए कड़े कदम उठाए जा सकते हैं।
रक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि तस्करी से जुड़ी नावों पर किए जा रहे हमले किसी भी प्रकार की आक्रामकता नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से उठाए गए अनिवार्य कदम हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका की सीमाओं तक अवैध ड्रग्स पहुंचाने की कोशिशों को रोकने के लिए नौसैनिक बल और तटरक्षक एजेंसियां हर संभव कार्रवाई कर रही हैं। ऐसे में राष्ट्रपति को भी सभी कानूनी अधिकार प्राप्त हैं, ताकि वे देश की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए निर्णय ले सकें।
हेगसेथ ने यह भी कहा कि ड्रग तस्करी अब केवल अपराध भर नहीं रह गई है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय संगठित नेटवर्क का हिस्सा बन चुकी है, जो कई देशों की स्थिरता को प्रभावित कर रही है। इस कारण अमेरिका के लिए आवश्यक है कि वह समुद्री मार्ग से संचालित होने वाले इन नेटवर्कों पर सख्ती से लगाम लगाए। उन्होंने यह दोहराया कि किसी भी संदिग्ध जलयान पर कार्रवाई पूरी जानकारी और प्रमाण के आधार पर ही की जाती है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि रक्षा मंत्री का यह बयान ट्रंप प्रशासन की उस नीति को आगे बढ़ाता है, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामलों में किसी भी प्रकार की ढिलाई से बचने की बात कही गई है। हालांकि, आलोचकों का कहना है कि इस प्रकार की सैन्य कार्रवाई क्षेत्रीय तनाव को बढ़ा सकती है और अंतरराष्ट्रीय समुद्री कानूनों पर सवाल खड़े कर सकती है।
कुल मिलाकर, ड्रग तस्करी से जुड़ी नावों पर अमेरिकी कार्रवाई को लेकर शुरू हुई बहस अब राजनीतिक और कूटनीतिक दायरे में भी फैलने लगी है। हेगसेथ के बयान ने यह साफ कर दिया है कि ट्रंप प्रशासन इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाए हुए है और आगे भी राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए मजबूत कदम उठाए जा सकते हैं।





