बदरीनाथ (चमोली)। भगवान बदरीविशाल की नगरी में इस बार दीपावली पर्व 20 अक्तूबर को पारंपरिक उल्लास और धार्मिक आस्था के साथ मनाया जाएगा। पवित्र धाम में दीपावली पर्व की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो चुकी हैं। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) की ओर से मंदिर और परिसर को आकर्षक ढंग से सजाने की तैयारियां जारी हैं।
हर वर्ष की तरह इस बार भी बदरीनाथ धाम में दीपावली का पर्व भव्य रूप से मनाया जाएगा। मंदिर को फूलों, दीयों और रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया जाएगा। शाम को मंदिर परिसर दीपों की रोशनी से जगमगाएगा और वातावरण में भक्ति और उल्लास का संगम देखने को मिलेगा।
माता लक्ष्मी और कुबेर की विशेष पूजा
धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल ने बताया कि दीपावली के दिन धाम में विशेष धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे। इस दौरान माता लक्ष्मी, भगवान कुबेर और भगवान बदरीविशाल के खजाने की विधिवत पूजा-अर्चना की जाएगी। परंपरा के अनुसार, यह पूजा धन, समृद्धि और शुभ फल प्राप्ति की कामना से की जाती है।
दीपों से जगमगाएगा धाम
त्योहार के दिन स्थानीय लोग, तीर्थपुरोहित और दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु मंदिर परिसर में दीप जलाकर भगवान बदरीविशाल से आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। पूरा धाम दीयों की पंक्तियों से आलोकित होगा, जिससे बदरीनाथ घाटी में दिव्य आभा छा जाएगी।
पारंपरिक आस्था और उत्सव का संगम
दीपावली पर्व बदरीनाथ धाम में सिर्फ प्रकाश का त्योहार नहीं, बल्कि आस्था और परंपरा का प्रतीक है। माना जाता है कि इस दिन माता लक्ष्मी भगवान विष्णु के साथ बैकुंठ धाम में विराजमान होती हैं। इसीलिए बदरीनाथ में यह पर्व विशेष रूप से मनाया जाता है।
बीकेटीसी अधिकारियों के अनुसार, धाम में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। मौसम की अनुकूलता को देखते हुए इस दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।