बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद की ओर से निकाली गई शौर्य यात्रा पर पथराव किए जाने का आरोप सामने आया है। घटना के बाद दोनों संगठनों के कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया और उन्होंने मामले के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं का कहना है कि शौर्य यात्रा शांति और अनुशासन के साथ आगे बढ़ रही थी, तभी कुछ असामाजिक तत्वों ने इस पर पथराव कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की।
घटना के बाद बजरंग दल और विहिप के सदस्यों ने स्थानीय प्रशासन से दोषियों की पहचान कर कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शन के दौरान नेताओं ने कहा कि धार्मिक यात्राओं या आयोजनों पर इस तरह के हमले समाज में तनाव फैलाने वाले होते हैं और प्रशासन को ऐसे तत्वों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि पथराव की इस घटना ने न केवल यात्रा में बाधा डाली, बल्कि प्रतिभागियों की सुरक्षा को भी खतरे में डाल दिया।
प्रदर्शन स्थल पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एकत्र हुए और उन्होंने नारेबाजी करते हुए अपना विरोध दर्ज कराया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। इस दौरान पुलिस बल मौके पर तैनात रहा और स्थिति पर नजर बनाए रखी।
स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि घटना की जांच की जा रही है और यात्रा पर पथराव किए जाने के आरोपों की सत्यता का पता लगाया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों पर कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
समग्र रूप से, शौर्य यात्रा पर कथित पथराव और उसके बाद हुए विरोध-प्रदर्शन ने क्षेत्र में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है, जबकि विभिन्न संगठन और स्थानीय लोग प्रशासन से शीघ्र एवं ठोस कार्रवाई की अपेक्षा कर रहे हैं।





