राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल की मॉस्को यात्रा के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की संभावित भारत यात्रा को लेकर एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। हालांकि डोभाल ने अब तक किसी निश्चित तारीख की पुष्टि नहीं की है। उन्होंने केवल इतना कहा कि यात्रा की तारीखों पर विचार किया जा रहा है।
डोभाल के इस बयान के बाद उन रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया गया है जिनमें कहा जा रहा था कि पुतिन अगस्त के अंत तक भारत आ सकते हैं। सरकार से जुड़े सूत्रों ने भी स्पष्ट किया है कि अगस्त के अंत में पुतिन की यात्रा की संभावना नहीं है और इससे जुड़ी खबरें केवल अटकलें हैं।
ट्रंप की टैरिफ वॉर के बीच अहम मानी जा रही है यात्रा
पुतिन की प्रस्तावित भारत यात्रा ऐसे समय पर चर्चा में है जब अमेरिका और रूस के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा फिर से टैरिफ वॉर छेड़ने के संकेत और भारत पर रूस से तेल आयात न करने का दबाव बनाए जाने की खबरों के बीच यह यात्रा रणनीतिक दृष्टि से अहम मानी जा रही है।
भारत-रूस संबंधों में रणनीतिक गहराई
भारत और रूस के बीच लंबे समय से रक्षा, ऊर्जा और भू-राजनीतिक मामलों में सहयोग रहा है। रूस से भारत को रक्षा उपकरणों की आपूर्ति के साथ-साथ सस्ते कच्चे तेल की डीलें भी सुर्खियों में रही हैं। पुतिन की संभावित यात्रा को इस सहयोग को नई गति देने वाले कदम के रूप में देखा जा रहा है।