प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया ने अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एन्शिएंट वेल्वित्शिया मिराबिलिस’ प्रदान किया है। यह सम्मान उन्हें नामीबिया की राष्ट्रपति नेतुम्बो नंदी-डैतवाह ने एक विशेष समारोह में भेंट किया। यह पहली बार है जब किसी भारतीय नेता को यह प्रतिष्ठित सम्मान मिला है।
🏅 यह सम्मान क्यों खास है?
- यह पुरस्कार वेल्वित्शिया मिराबिलिस नामक एक दुर्लभ पौधे के नाम पर रखा गया है, जो केवल नामीबिया की भूमि पर उगता है और सहिष्णुता, स्थायित्व और जिजीविषा का प्रतीक माना जाता है।
- सम्मान मिलने के बाद पीएम मोदी ने इसे 140 करोड़ भारतीयों को समर्पित करते हुए कहा,
“मैं लोकतंत्र की जननी का प्रतिनिधि बनकर आपके बीच खड़ा हूं। यह सम्मान भारत की जनता और संस्कृति का सम्मान है।”
🌍 अब तक मिल चुके हैं 27 अंतरराष्ट्रीय सम्मान
पीएम मोदी को अब तक 27 अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड मिल चुके हैं, जिनमें से कई देश अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से उन्हें नवाज़ चुके हैं। यह सम्मान भारत की वैश्विक पहचान, नेतृत्व और कूटनीतिक संबंधों की सफलता को दर्शाता है।
🌐 किन देशों ने पीएम मोदी को किया सम्मानित?
कुछ प्रमुख अंतरराष्ट्रीय सम्मान इस प्रकार हैं:
देश | सम्मान |
यूएई | ज़ायद मेडल (2019) |
रूस | ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू (2019) |
फ्रांस | ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर (2023) |
भूटान | ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो |
बहरीन | किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां |
अफगानिस्तान | अमानुल्ला खान अवॉर्ड |
सऊदी अरब | किंग अब्दुलअजीज साश |
मालदीव | नाइशान इज्जुद्दीन अवॉर्ड |
पापुआ न्यू गिनी | ग्रैंड कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ लोगोहू (2024) |
ऑस्ट्रेलिया | द ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया (2024) |
पलाऊ | एबाई आर्डर ऑफ एक्सीलेंस (2024) |
फिजी | कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी (2024) |
और अब नामीबिया ने भी अपने सर्वोच्च सम्मान से उन्हें नवाजा।
पीएम मोदी को मिले इन सम्मानों से यह स्पष्ट होता है कि भारत आज वैश्विक नेतृत्व, भरोसे और प्रभाव का प्रतीक बन चुका है। उनकी कूटनीतिक सक्रियता और ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की नीति ने भारत को दुनिया के मंच पर एक नए भारत के रूप में स्थापित किया है।
यह सिर्फ एक नेता को मिला सम्मान नहीं, बल्कि भारत की वैश्विक छवि और बढ़ते कद का प्रतीक है।