Friday, July 4, 2025

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पीएम का पोर्ट ऑफ स्पेन में गर्मजोशी से स्वागत; युवाओं में संबोधन को लेकर उत्साह

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की त्रिनिदाद और टोबैगो में मौजूदगी के बीच कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 1968 की इस द्वीपीय गणराज्य की यात्रा को याद किया। रमेश ने एक्स पर गांधी की यात्रा पर एक वीडियो फिल्म का लिंक भी साझा किया। रमेश ने एक्स पर लिखा कि सुपर प्रीमियम फ्रीक्वेंट फ्लायर प्रधानमंत्री त्रिनिदाद और टोबैगो में होंगे। त्रिनिदाद और टोबैगो एक छोटा जुड़वां द्वीपीय गणराज्य है, जिसने कई विश्व हस्तियों को जन्म दिया है। हम भारत में इसे उन स्थानों में से एक के रूप में जानते हैं, जहां 19वीं शताब्दी में अंग्रेज हजारों लोगों को बंधुआ मजदूरों के रूप में ले गए थे।

उन्होंने कहा कि उनके कुछ वंशजों ने राजनीति में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है, जैसे बासदेव पांडे जो 1995-2001 के दौरान प्रधानमंत्री थे और वर्तमान प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर, साहित्य में वीएस नायपॉल और उनके भाई शिव नायपॉल और क्रिकेट में स्पिनर सन्नी रामाधीन, जिन्हें जून 1950 में लॉर्ड्स में वेस्टइंडीज द्वारा इंग्लैंड को पहली बार हराने के बाद रचित शानदार विक्ट्री कैलिप्सो में अमर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि त्रिनिदाद और टोबैगो का भारत से संबंध के अलावा भी बहुत कुछ है। उन्होंने कहा कि त्रिनिदाद और टोबैगो के पहले प्रधानमंत्री विलियम्स अक्टूबर 1968 में जब वे पोर्ट ऑफ स्पेन में मिले थे तो इंदिरा गांधी ने इस विषय पर उनसे लंबी बातचीत की थी और मेजबानों ने उनकी यात्रा पर एक सुंदर फिल्म भी बनाई थी। त्रिनिदाद और टोबैगो ने लेरी कॉन्स्टेंटाइन और ब्रायन लारा जैसे महानतम क्रिकेटरों को जन्म दिया है। भारत के बेहतरीन लेग स्पिनरों में से एक सुभाष गुप्ते 1960 के दशक की शुरुआत में यहीं बस गए और अपना परिवार बसाया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर द्वारा आयोजित रात्रिभोज में सोहारी पत्ते पर भोजन परोसा गया। इसका त्रिनिदाद और टोबैगो के लोगों, खासकर भारतीय मूल के लोगों के लिए बहुत सांस्कृतिक महत्व है। यहां, त्योहारों और अन्य विशेष कार्यक्रमों के दौरान अक्सर इस पत्ते पर भोजन परोसा जाता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर द्वारा आयोजित रात्रिभोज में मैंने अयोध्या में राम मंदिर की प्रतिकृति और सरयू नदी के साथ-साथ प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ का पवित्र जल भेंट किया। वे भारत और त्रिनिदाद और टोबैगो के बीच गहरे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों के प्रतीक हैं।

पीएम मोदी ने अपनी दो दशक पुरानी यात्रा को भी याद किया। उन्होंने कहा, ‘जब मैं पिछली बार आया था, तब से लेकर अब तक 25 साल हो चुके हैं… हमारी दोस्ती और भी मजबूत हुई है। बनारस, पटना, कोलकाता और दिल्ली भले ही भारत के शहर हों, लेकिन यहां की सड़कों के नाम भी हैं। नवरात्रि, महाशिवरात्रि और जन्माष्टमी यहां हर्ष, उल्लास और गर्व के साथ मनाई जाती है। चौताल और भिटक गण यहां खूब फलते-फूलते हैं। मैं यहां कई जाने-पहचाने चेहरों की गर्मजोशी देख सकता हूं। मैं युवा पीढ़ी की चमकीली आंखों में जिज्ञासा देख सकता हूं, जो एक-दूसरे को जानने और साथ मिलकर आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हैं। हमारे रिश्ते भूगोल और पीढ़ियों से कहीं आगे तक फैले हुए हैं।

भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं कुछ समय पहले ही गुनगुनाते पक्षियों की इस खूबसूरत भूमि पर आया हूं। मेरा पहला संवाद यहां के भारतीय समुदाय के साथ है। यह पूरी तरह से स्वाभाविक लगता है क्योंकि हम एक परिवार का हिस्सा हैं… त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय समुदाय की यात्रा साहस से भरी है। आपके पूर्वजों ने जिन परिस्थितियों का सामना किया, उसने सबसे मजबूत आत्माओं को भी तोड़ दिया होगा। लेकिन उन्होंने उम्मीद के साथ कठिनाइयों का सामना किया। उन्होंने समस्याओं का डटकर सामना किया। उन्होंने गंगा और यमुना को पीछे छोड़ दिया, लेकिन अपने दिलों में रामायण को ले गए। उन्होंने अपनी मिट्टी छोड़ी, लेकिन अपना नमक नहीं। वे केवल प्रवासी नहीं थे; वे एक शाश्वत सभ्यता के संदेशवाहक थे। उनके योगदान ने इस देश को सांस्कृतिक, आर्थिक और आध्यात्मिक रूप से लाभान्वित किया है।

त्रिनिदाद और टोबैगो के दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी ने एक सामुदायिक कार्यक्रम के दौरान भारत के बदले परिदृश्य को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, आज का भारत अवसरों की भूमि है। पूर्वजों की जिजीविषा और संघर्षों को याद कर पीएम मोदी ने कहा, इस बात पर जोर दिया कि प्रवासियों के पूर्वजों ने जो कष्ट झेले, वैसी यातनाएं ‘सबसे मजबूत आत्मबल वाले लोगों को भी तोड़ सकती थीं।

त्रिनिदाद एंड टोबैगो पहुंचे पीएम मोदी के दौरे की अहमियत को रेखांकित करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, भारत के प्रधानमंत्री अपनी ऐतिहासिक यात्रा पर राजधानी पोर्ट ऑफ स्पेन पहुंचे। एयरपोर्ट पर उनका स्वागत प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर और उनके अन्य कैबिनेट मंत्रियों ने किया। भारत की तरफ से यह यात्रा ऐतिहासिक है क्योंकि 26 साल बाद कोई प्रधानमंत्री यहां आया है।

विदेश मंत्रालय के मुताबिक इस देश में कुल 13 लाख लोग रहते हैं। इनमें से 45 फीसदी लोग भारतीय मूल के हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, भारत और त्रिनिदाद एंड टोबैगो के बीच संबंध बहुत मजबूत और खास हैं। यहां रहने वाले 45% लोगों में से ज़्यादातर उत्तर प्रदेश और बिहार से आए लोग हैं। इनमें से अधिकांश लोग भोजपुरी भाषी जिलों जैसे छपरा, आरा, बलिया, सीवान, गोपालगंज, बनारस, आज़मगढ़ से आए हैं।

त्रिनिदाद एंड टोबैगो में पीएम मोदी ने ‘भारत को जानो’ क्विज़ के विजेता शंकर रामजतन, निकोलस मराज और विंस महतो से भी मुलाकात की। पीएम मोदी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि इस क्विज़ ने दुनिया भर में व्यापक भागीदारी को बढ़ावा दिया है और भारत के साथ हमारे प्रवासी समुदाय के जुड़ाव को और गहरा किया है।

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