पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में अल्पसंख्यक अहमदी समुदाय की करीब 100 कब्रों के साथ तोड़फोड़ की गई है। इस ताजा घटना के साथ ही अब देशभर में इस साल अहमदी समुदाय की खंडित की गई कब्रों की संख्या 250 से अधिक हो गई है। पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
जमात-ए-अहमदिया पाकिस्तान के प्रवक्ता आमिर महमूद ने बताया कि कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) पर दो दिन पहले लाहौर से ढाई सौ किलोमीटर दूर खुशाब जिले में अहमदिया समुदाय की कब्रों में तोड़फोड़ करने का शक है। स्थानीय अहमदियों की शिकायत पर खुशाब जिले के मिठा तुवाना थाने ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
उन्होंने कहा, धार्मिक कट्टरपंथियों ने खुशाब जिले के रोड़ा में स्थित कब्रिस्तान में लगभग 100 अहमदी कब्रों के पत्थर तोड़ दिए। जब अहमदी समुदाय के कुछ लोग वहां गए, तो उन्होंने देखा कि सभी अहमदी कब्रों को खंडित किया गया था। महमूद ने यह भी कहा, यह ध्यान देने वाली बात है कि टीएलपी से जुड़े कुछ लोग स्थानीय अहमदियों के खिलाफ नफरत और हिंसा भड़काने में शामिल हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ पुलिसकर्मी पिछले कुछ समय से स्थानीय अहमदी समुदाय पर दबाव बना रहे थे कि वे खुद ही अपने कब्रों से पत्थर हटा दें। हालांकि, अहमदी समुदाय ने साफ शब्दों में प्रशासन को बताया कि वे ऐसा नहीं करेंगे। अहमदी समुदा खुशाब जिले के पुलिस अधिकारी (डीपीओ) को आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए शिकायत पत्र दिया है।
महमूद ने बताया कि इस साल अब तक पाकिस्तान के 11 अलग-अलग शहरों में लगभग 269 अहमदी कब्रों को खंडित किया गया है। पिछले साल 21 जगहों पर 319 कब्रों को खंडित किया गया था। इस तरह की घिनौनी हरकतें पाकिस्तान की छवि को खराब कर रही हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतनी घटनाओं के बावजूद अधिकारियों ने पीड़ितों को अभी तक न्याय नहीं दिया है।
उन्होंने मांग की कि उच्च अधिकारी दोषियों को कानून के अनुसार सजा दिलाएं। एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें टीएलपी का मौलवी जिया मुस्तफा शाह अहमदियों के खिलाफ लोगों को भड़का रहा है और खुशाब में अहमदी कब्रों को नष्ट करने की बात कर रहा है।