देश के कई पहाड़ी और उत्तरी क्षेत्रों में मौसम एक बार फिर करवट लेने जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, पांच दिसंबर से उत्तर भारत के पर्वतीय इलाकों में बदलाव की स्पष्ट संभावना दिखाई दे रही है। इस अवधि में बारिश और ऊपरी हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी के आसार बढ़ जाएंगे। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी, जिसके कारण ठंड का प्रकोप और अधिक बढ़ेगा।
मौसम विभाग ने बताया कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश तथा ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फ गिरने की संभावना है। पहाड़ी मार्गों पर फिसलन और दृश्यता कम होने की आशंका को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने यात्रियों और पर्यटकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। वहीं मैदानी राज्यों में बादल छाने और तेज ठंडी हवाएं चलने की संभावना है, जिससे न्यूनतम तापमान में अतिरिक्त गिरावट आ सकती है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, मौसम में यह बदलाव दिसंबर के पहले सप्ताह से ही महसूस होने लगेगा। पहाड़ों में बढ़ती ठंड का असर मैदानी इलाकों में भी दिखेगा और रात के तापमान में गिरावट के साथ सुबह और शाम अधिक सर्द होंगी। कृषि कार्यों से जुड़े लोगों को भी मौसम के इन बदलावों को ध्यान में रखते हुए तैयारी करने की सलाह दी गई है।
कुल मिलाकर, पांच दिसंबर से शुरू होने वाला यह मौसम परिवर्तन आने वाले दिनों में ठंड को और कड़ा कर सकता है, जिससे आमजन को गर्म कपड़ों और एहतियाती उपायों की आवश्यकता और बढ़ जाएगी।





