प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान सभी पड़ोसी देशों के साथ शांति चाहता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का किसी भी देश के खिलाफ आक्रामकता का कोई इरादा नहीं है। उसने क्षेत्र में शांति और स्थिरता में भूमिका निभाई है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रगति और शांति एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। पीएम शरीफ ने शुक्रवार को इस्लामाबाद में रक्षा एवं शहीद दिवस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने सभी पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण संबंध चाहता है, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि देश अपनी आजादी और स्वतंत्रता से समझौता नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि शांति हमारी पहली इच्छा है, क्योंकि प्रगति और शांति एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।शरीफ के बाद सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने समारोह को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश ‘राजनीतिक मतभेदों को नफरत में नहीं बदलने देगा’। सेना और जनता के बीच मजबूत संबंध दोनों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश करने वाले किसी भी दुश्मन को हराने के लिए नींव के रूप में काम करेंगे।उन्होंने कहा, ‘सशस्त्र बलों और राष्ट्र के बीच संबंध दिल का है। राष्ट्र ने हमेशा सभी क्षेत्रों में सेना को मजबूत किया है, जिसमें प्राकृतिक आपदाओं, विदेशी शत्रुता या आतंकवाद के खिलाफ युद्ध की घटनाओं में बचाव कार्य शामिल हैं।’ मुनीर ने कश्मीर मुद्दे को लेकर कहा कि यह सिर्फ एक राष्ट्रीय मुद्दा नहीं है, बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व का मुद्दा है।
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने भी एक संदेश में सैनिकों के बलिदान को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए देश की प्रतिबद्धता की पुष्टि की और खतरों का जवाब देने के लिए सशस्त्र बलों की तत्परता का समर्थन किया।
इस मौके पर, पाकिस्तानी नौसेना ने रक्षा दिवस पर कराची में दो नवनिर्मित युद्धपोतों, पीएनएस बाबर और पीएनएस हुनैन को पाकिस्तानी नौसेना के बेड़े में शामिल किया। राष्ट्रपति जरदारी ने कहा कि नए युद्धपोतों के शामिल होने से देश की समुद्री सुरक्षा में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।