Thursday, December 18, 2025

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पंजाब ग्रामीण निकाय चुनाव 2025: जिला परिषद और पंचायत समिति के नतीजों के लिए मतगणना जारी, ‘आप’ और अकाली दल के बीच कड़ा मुकाबला

चंडीगढ़: पंजाब में सत्ता के सेमीफाइनल माने जा रहे जिला परिषद और पंचायत समिति (ब्लॉक समिति) चुनावों के नतीजों के लिए आज मतगणना का दौर जारी है। बुधवार सुबह 8 बजे से राज्य के 154 केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतपत्रों की गिनती शुरू हुई। शुरुआती रुझानों में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) और शिरोमणि अकाली दल (SAD) के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है, जबकि कांग्रेस भी कई सीटों पर मजबूती से बढ़त बनाए हुए है।

चुनाव से जुड़ी अहम जानकारी

  • कुल क्षेत्र: 22 जिला परिषदों के 347 जोन और 153 पंचायत समितियों के 2,838 जोन के लिए मतदान हुआ था।
  • मतदान की तारीख: रविवार, 14 दिसंबर 2025 को राज्य भर में वोट डाले गए थे।
  • मतदान प्रतिशत: विपक्षी दलों के विरोध और हंगामे के बीच लगभग 48% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
  • सुरक्षा व्यवस्था: मतगणना केंद्रों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।

रुझानों का ताजा हाल (दोपहर 4:30 बजे तक)

मतगणना की गति धीमी होने के कारण अंतिम नतीजे आने में समय लग सकता है, लेकिन अब तक के रुझान इस प्रकार हैं:

प्रमुख अपडेट्स और राजनीतिक घमासान

  1. लुधियाना और संगरूर: मुख्यमंत्री भगवंत मान के गढ़ संगरूर और औद्योगिक शहर लुधियाना में आम आदमी पार्टी शुरुआती राउंड्स में आगे चल रही है।
  2. अकाली दल की वापसी: शिरोमणि अकाली दल ने अटारी, मजीठा और खरड़ जैसे क्षेत्रों में कई ब्लॉक समिति सीटों पर जीत दर्ज कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।
  3. विपक्ष के आरोप: कांग्रेस और अकाली दल ने सत्ताधारी पार्टी पर ‘सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग’ और मतगणना में धांधली का आरोप लगाया है। कई जगहों पर विपक्षी एजेंटों ने केंद्रों के बाहर प्रदर्शन भी किया।
  4. बागी उम्मीदवारों का असर: लुधियाना के मुल्लांपुर दाखा में अकाली दल के बागी नेता मनप्रीत अयाली के समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार कई सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं, जो मुख्य दलों के लिए चिंता का विषय है।

नतीजों का महत्व

ये चुनाव पंजाब की राजनीति के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं क्योंकि राज्य में विधानसभा चुनाव में अब केवल 14 महीने का समय शेष है। इन नतीजों से यह स्पष्ट होगा कि ग्रामीण इलाकों में किस पार्टी की पकड़ सबसे मजबूत है और जनता का मूड क्या है।

अधिकारी का बयान: “मतगणना प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी है। बैलेट पेपर से गिनती होने के कारण अंतिम परिणाम घोषित करने में देर रात तक का समय लग सकता है।”

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