वेनेजुएला में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। मौजूदा राष्ट्रपति निकोलस मादुरो 11 साल से सत्ता की बागडोर संभाल रहे हैं। हालांकि, विपक्षी नेताओं और दलों के एकजुट होने के कारण राष्ट्रपति मादुरो को पहली बार सबसे कठिन चुनावी चुनौती मिल रही है। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को शुरू हुई मतदान प्रक्रिया में लगभग 21 मिलियन पंजीकृत मतदाता शरीक हो सकते हैं। देश भर में छह अलग-अलग स्थानों पर मतदान केंद्रों के बाहर मतदाताओं की कतारें देखी गईं। मतदान स्थानीय समय के मुताबिक शाम 6 बजे बंद हो जाएगा। इसके बाद रविवार देर रात ही या अगले चंद दिनों में चुनाव परिणाम का एलान किया जा सकता है। 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में 61 साल के मादुरो लगातार तीसरा कार्यकाल हासिल करने का सपना देख रहे हैं। इस बार चुनौती इसलिए भी कड़ी है क्योंकि मुकाबला एकजुट विपक्ष से है। मादुरो के मुख्य प्रतिद्वंद्वी 74 वर्षीय एडमंडो गोंजालेज उरुतिया हैं।आधिकारिक चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद देश में अशांति की आशंकाओं के बीच मादुरो ने कहा, ‘हम शांति और आर्थिक विकास की गारंटी दे रहे हैं। तेल से होने वाली आय पर वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था की निर्भरता घटेगी। चुनाव के परिणाम को पूरी मान्यता दी जाएगी। रविवार को मतदान के बाद वेनेजुएला में किसी तरह की अराजकता पैदा नहीं होगी। उन्होंने नौ अन्य उम्मीदवारों से भी ‘विजेता की आधिकारिक घोषणा’ का सम्मान करने की अपील की है। वेनेजुएला की राजनीति पर आई खबरों के मुताबिक देश का विपक्ष इस बार के चुनाव में हुंकार भर रहा है। यूनाइटेड सोशलिस्ट पार्टी के 25 साल के शासन को समाप्त करने की कोशिश कर रहे विपक्षी नेताओं ने वादा किया है कि बीते एक दशक से आर्थिक संकट से जूझ रहे वेनेजुएला को दोबारा मजबूत स्थिति में लाएंगे। विपक्ष का आरोप है कि आर्थिक संकट के कारण लगभग 70 लाख लोग पलायन को मजबूर हुए हैं।