अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों से बुधवार को अपील की कि वे सरकार के ‘शटडाउन’ को टालने के लिए क्रॉस-पार्टी समझौते को खारिज कर दें। ‘शटडाउन’ का मतलब है कि अगर सरकार को जरूरी फंडिंग नहीं मिलती, तो सरकारी दफ्तर बंद हो सकते हैं और कर्मचारी बिना वेतन के घर भेजे जा सकते हैं। दोनों दलों के सांसदों ने समझौते पर सहमति बनाई थी कि सरकार को मार्च तक चलाने के लिए फंडिंग दी जाएगी और कर्मचारियों को बिना वेतन के घर नहीं भेजा जाएगा। लेकिन ट्रंप और उनके कई प्रमुख सहयोगी इस समझौते में अधिक खर्च को लेकर नाराज हैं। इनमें अरबपति कारोबारी एलन मस्क भी शामिल हैं। उनका कहना है कि इससे देश पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा।ट्रंप ने कहा कि डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों को इस समझौते में दी गई रियायतें देश के साथ धोखा हैं। उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों से आग्रह किया कि वे समझदार और सख्त बनें। ट्रंप ने कहा कि रिपब्लिकन पार्टी के सांसद डरने के बजाय डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों की धमकी का सामना करें और उन्हें बताएं कि वे वास्तव में सरकार को शटडाउन की अनुमति नहीं देंगे। डोनाल्ड ट्रंप का रिपब्लिकन पार्टी पर काफी प्रभाव है, जो अभी प्रतिनिधि सभा (हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स) को नियंत्रित कर रही है। 20 जनवरी ट्रंप जब राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभालेंगे, तो वह सीनेट को भी नियंत्रित करेंगे। ट्रंप के दखल के कारण यह लगभग तय है कि शटडाउन के लिए यह 1,547 पन्नों का विधेयक अब प्रतिनिधि सभा तक नहीं पहुंचेगा। ट्रंप और उनके समर्थक विधेयक को स्वीकार नहीं कर रहे हैं। विधेयक में आपदा राहत के लिए 100 अरब डॉलर, किसानों की मदद के लिए 30 अरब डॉलर, चीन में निवेश पर पाबंदी और सांसदों के वेतन में बढ़ोतरी का प्रस्ताव है।