झारखंड में सियासी उलटफेर के बीच चम्पाई सोरेन ने शुक्रवार को राज्य के 12वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने उन्हें पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनके साथ ही कांग्रेस के आलमगीर आलम और राजद के सत्यानंद भोक्ता को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। चम्पाई को पांच फरवरी को सदन में बहुमत साबित करना है।
राज्य की कमान संभालते ही चम्पाई ने कैबिनेट की बैठक कर कई निर्णय लिए। बहुमत साबित करने व मंत्रिमंडल के गठन के बाद बजट सत्र के नए कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी। चम्पाई सरकार के सामने अभी विधायकों को एकजुट रखने की चुनौती है।
राजनीतिक जोड़तोड़ के खतरे को देखते हुए शुक्रवार को शपथ ग्रहण के तत्काल बाद कांग्रेस और झामुमो के 36 विधायकों को विमान से हैदराबाद भेज दिया गया। विधायकों को हैदराबाद के समीरपेठ स्थित लियोनिया रिसार्ट में ठहराया गया है।
उधर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को रांची में पीएमएलए अदालत ने पांच दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया है। इससे पहले कोर्ट ने उन्हें गुरुवार को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। सोरेन को 31 जनवरी को भूखंड के अवैध कब्जे और भूमि माफिया के साथ कथित संबंध से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार किया गया था।