Subscribe Now

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.

खबरनामा

उत्तरकाशी में 70% बगीचे तबाह, आपदा ने घर-बाग सब लील लिए

प्रदेश में अकेले उत्तरकाशी जिले में सेब, प्लम और...

सूयालकोट क्षेत्र में सड़क बंद, 15 गांव कटे – खाद्यान्न संकट गहराया

देवाल-वान मोटर मार्ग पर 13वें किलोमीटर पर सड़क धंसने...

उत्तरकाशी आपदा – धराली की सुबहें अब पहले जैसी नहीं रहीं

5 अगस्त की त्रासदी को एक हफ्ता बीत चुका...

ऑरेंज अलर्ट के बीच छात्रवृत्ति परीक्षा स्थगित, 65 हजार छात्र थे शामिल होने वाले

प्रदेश में मौसम विभाग द्वारा ऑरेंज अलर्ट जारी किए...

देवभूमि

कुमाऊं : कैसे हुआ नामकरण

इस प्रान्त का नाम कुर्मांचल या कुमाऊं होने के...

रामगंगा नदी घाटी में दबा है ऐतिहासिक शहर! फिर दुनिया के सामने लाने को ASI ने कसी कमर

अल्मोड़ा. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने उत्तराखंड के अल्मोड़ा...

नंदा देवी जात यात्रा – देवभूमि की अमृत धारा

नंदा देवी जात यात्रा – देवभूमि की अमृत धारा यात्रा...

व्यक्तितव

वीर सिपाही शहीद केसरी चंद

उत्तराखंड देव भूमि के साथ वीरों की भी भूमि...

डॉ. यशवंत सिंह कठोच

डॉ. यशवंत सिंह कठोच का नाम वैसे तो उत्तराखंड...

सुमित्रानंदन पंत

अमिताभ बच्चन को उनका नाम दिया था कवि सुमित्रानंदन...

Bachendri Pal

Bachendri Pal, (born May 24, 1954, Nakuri, India), Indian...

The World of Raghu Rai: His Photography & Life

It was a picture of a donkey that started...

ताना-बाना

उत्तराखंड में हुए एक सीक्रेट मिशन का खतरा आज भी बरकरार

बात 1965 की है,  जब वियतनाम युद्ध तेज हो रहा...

पनीर ने रोका पलायन : रौतू कीबेली गाँव

उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बसे गाँवों में रोज़गार...

Company

खबरनामा

उत्तरकाशी में 70% बगीचे तबाह, आपदा ने घर-बाग सब लील लिए

प्रदेश में अकेले उत्तरकाशी जिले में सेब, प्लम और...

सूयालकोट क्षेत्र में सड़क बंद, 15 गांव कटे – खाद्यान्न संकट गहराया

देवाल-वान मोटर मार्ग पर 13वें किलोमीटर पर सड़क धंसने...

उत्तरकाशी आपदा – धराली की सुबहें अब पहले जैसी नहीं रहीं

5 अगस्त की त्रासदी को एक हफ्ता बीत चुका...

ऑरेंज अलर्ट के बीच छात्रवृत्ति परीक्षा स्थगित, 65 हजार छात्र थे शामिल होने वाले

प्रदेश में मौसम विभाग द्वारा ऑरेंज अलर्ट जारी किए...

देवभूमि

कुमाऊं : कैसे हुआ नामकरण

इस प्रान्त का नाम कुर्मांचल या कुमाऊं होने के...

रामगंगा नदी घाटी में दबा है ऐतिहासिक शहर! फिर दुनिया के सामने लाने को ASI ने कसी कमर

अल्मोड़ा. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने उत्तराखंड के अल्मोड़ा...

नंदा देवी जात यात्रा – देवभूमि की अमृत धारा

नंदा देवी जात यात्रा – देवभूमि की अमृत धारा यात्रा...

व्यक्तितव

वीर सिपाही शहीद केसरी चंद

उत्तराखंड देव भूमि के साथ वीरों की भी भूमि...

डॉ. यशवंत सिंह कठोच

डॉ. यशवंत सिंह कठोच का नाम वैसे तो उत्तराखंड...

सुमित्रानंदन पंत

अमिताभ बच्चन को उनका नाम दिया था कवि सुमित्रानंदन...

Bachendri Pal

Bachendri Pal, (born May 24, 1954, Nakuri, India), Indian...

The World of Raghu Rai: His Photography & Life

It was a picture of a donkey that started...

ताना-बाना

उत्तराखंड में हुए एक सीक्रेट मिशन का खतरा आज भी बरकरार

बात 1965 की है,  जब वियतनाम युद्ध तेज हो रहा...

पनीर ने रोका पलायन : रौतू कीबेली गाँव

उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बसे गाँवों में रोज़गार...

Company

Subscribe Now

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.

Subscribe to newsletter


सांध्य दैनिक

UrbanObserver

Wednesday, August 13, 2025

Top 5 This Week

Related Posts

जर्मनी ने भारत के साथ मिलाए सुर, जीरो टॉरलेंस नीति को समर्थन

आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस की नीति का संदेश लेकर भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में संसदीय प्रतिनिधिनंडल जर्मनी पहुंचा। जहां भारतीय सांसदों ने आतंक के मुद्दे पर एकजुटता की अपील करते हुए आतंकवाद को लेकर कड़ा संदेश दिया। जहां जर्मनी ने भारत को इस संघर्ष में अपना पूर्ण समर्थन और एकजुटता दोहराई। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने साफ कहा कि भारत किसी भी प्रकार के परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर अडिग है। प्रतिनिधिमंडल ने जर्मनी के विदेश मामलों के मंत्री जोहान वेडफुल, जर्मन संसद (बुंडेसटैग) के शीर्ष नेताओं और थिंक टैंक्स से मुलाकात की। इन सभी जर्मन नेताओं ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़े होने की बात कही।जर्मनी के संघीय विदेश मंत्री जोहान वेडफुल ने प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर भारत को आतंकवाद के खिलाफ मजबूत समर्थन और एकजुटता दोहराई। उन्होंने पहलगाम हमले की कड़ी निंदा भी की। देखा जाए तो भारत के इस स्पष्ट और सिद्धांत-आधारित रुख को जर्मनी के राजनीतिक नेतृत्व, सांसदों और थिंक टैंक्स का विस्तृत समर्थन मिला। दोनों देशों ने लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को मजबूत करने और रणनीतिक साझेदारी को और गहराने पर चर्चा की।

मामले में भारतीय दूतावास के अनुसार, प्रतिनिधिमंडल ने भारत-जर्मनी रणनीतिक साझेदारी को और गहराने, वैश्विक शांति और सुरक्षा में साझा भूमिका, और लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को मजबूत करने पर चर्चा की।जहां प्रतिनिधिमंडल ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत आतंकवाद और उसे समर्थन देने वालों के बीच कोई फर्क नहीं करता।

Popular Articles