आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू ने मंगलवार देर रात केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने राज्य की वित्तीय चुनौतियों से निपटने के लिए आगामी केंद्रीय बजट में पर्याप्त धन आवंटन का आग्रह किया। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक, शाह के आवास पर बैठक के दौरान नायडू ने इस बात पर जोर दिया कि आंध्र प्रदेश को 2014 में अन्यायपूर्ण विभाजन और पूर्ववर्ती प्रशासन के दयनीय शासन के परिणामों का सामना करना पड़ रहा है।
दो दिवसीय यात्रा के लिए राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे नायडू के बुधवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से भी मिलने की उम्मीद है। इस दौरान वह राज्य की वित्तीय जरूरतों पर चर्चा कर सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि तेलुगू देश पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी बैठक कर सकते हैं।
आंध्र प्रदेश सरकार के आंकड़ों से राज्य के राजकोषीय स्वास्थ्य में चिंताजनक प्रवृत्ति का पता चलता है। सार्वजनिक ऋण वर्ष 2019-20 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) के 31.02 फीसदी से बढ़कर 2023-24 में 33.32 फीसदी हो गया है, जो पिछले पांच वर्षों में गिरावट का संकेत देता है।
पिछले करीब एक पखवाड़े में नायडू की यह दूसरी दिल्ली यात्रा है। इससे पहले चार जुलाई को उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी और उनके सामने आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद राज्य के समक्ष मौजूद चुनौतियों के समाधान के लिए सात सूत्री विकास एजेंडा प्रस्तुत किया था। मुख्यमंत्री नायडू की यात्रा से एक दिन पहले जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने सीतारमण से भेंट की थी और उनसे आगामी बजट में बिहार के लिए अधिक फंड की मांग की थी। तेदेपा और जदयू भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की प्रमुख सहयोगी पार्टियां हैं। तेदेपा आम बजट 2024 से पहले आंध्र प्रदेश की वित्तीय जरूरतों को जोर-शोर से उठा रही है। अपनी पिछली यात्रा के दौरान भी नायडू ने शाह, सीतारमण एवं अन्य केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की थी।





