उत्तराखंड में दूरस्थ गांवों में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। इसके लिए, एम्स ऋषिकेश हब एंड स्पोक मॉडल का उपयोग किया जा रहा है। इस मॉडल के अंतर्गत, एम्स की ड्रोन मेडिकल सेवा उपलब्ध कराई जाएगी जो स्थानीय गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करेगी।
एम्स ने हब एंड स्पोक मॉडल के तहत प्राथमिक चरण में कार्य शुरू किया है, जिसमें कुछ मिशनरियों के अस्पतालों को शामिल किया गया है। उत्तराखंड में सभी आयुष्मान आरोग्य केंद्रों को एम्स से जोड़ा जाएगा और इसके साथ ही टेली मेडिसिन की सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएगी। इस मॉडल के अंतर्गत, सभी आयुष्मान आरोग्य केंद्रों में सामुदायिक चिकित्साधिकारी का पद नियुक्त किया जाएगा जो एम्स के चिकित्सकों के साथ काम करके मरीजों के इलाज में सहायक होंगे। अगर किसी मरीज को तत्काल चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है, तो एम्स की ड्रोन मेडिकल सेवा के जरिए उपलब्ध कराई जाएगी। इस मॉडल के अंतर्गत, एम्स उत्तर प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगा।