गाजा में जारी युद्ध के बीच नासिर अस्पताल पर हुए मिसाइल हमले ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीखी प्रतिक्रिया पैदा कर दी है। इस हमले में पाँच पत्रकारों समेत कुल 21 लोगों की मौत हुई, जिनमें डॉक्टर और रेस्क्यू टीम के सदस्य भी शामिल थे। अब इजरायल ने इस घटना पर खेद जताते हुए कहा है कि उसका युद्ध केवल हमास के खिलाफ है, न कि पत्रकारों या नागरिकों के खिलाफ।
इजरायल की सफाई
इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया—
“इजरायल आज गाजा के नासिर अस्पताल में हुई इस दुखद घटना पर गहरा खेद व्यक्त करता है। हम पत्रकारों, चिकित्सा कर्मचारियों और आम नागरिकों के काम को महत्व देते हैं। सेना इस घटना की गहन जांच कर रही है। हमारा युद्ध केवल हमास आतंकवादियों के खिलाफ है और हमारा लक्ष्य उन्हें हराना तथा बंधकों को सुरक्षित वापस लाना है।”
हमले का सिलसिला
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, सोमवार को नासिर अस्पताल की ऊपरी मंज़िल पर पहले एक मिसाइल गिरी। इससे कई लोग घायल हो गए। घायलों को बचाने के लिए जब डॉक्टर, पत्रकार और रेस्क्यू टीम के सदस्य मौके पर पहुंचे, तभी दूसरी मिसाइल दागी गई, जिससे मौतों की संख्या बढ़ गई।
मारे गए पत्रकार
हमले में अल-जज़ीरा के पत्रकार मोहम्मद सलामा, रॉयटर्स के कैमरामैन हुसैन अल-मसरी और एपी (Associated Press) के लिए काम कर रहीं स्वतंत्र पत्रकार मरियम अबू दक्का की मौत हो गई। इसके अलावा दो अन्य स्थानीय पत्रकार भी हमले में मारे गए।
अंतरराष्ट्रीय निंदा
अल-जज़ीरा ने इस हमले को “सच्चाई को दबाने की कोशिश” करार दिया। वहीं, फिलिस्तीनी जर्नलिस्ट सिंडिकेट ने बयान जारी कर कहा कि इस तरह के हमलों का उद्देश्य पत्रकारों को आतंकित करना और उनकी स्वतंत्र रिपोर्टिंग को रोकना है।
गाजा में बढ़ती तबाही
स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, सोमवार सुबह से ही गाजा में जारी इजरायली हमलों में कुल 61 लोगों की मौत हो चुकी है। 6 अगस्त से अब तक गाजा की करीब 1000 इमारतें पूरी तरह तबाह हो गई हैं, जिससे हालात और भी भयावह हो गए हैं।