न्यूयॉर्क/वॉशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी (JFK) की पोती और मशहूर पर्यावरण पत्रकार तातियाना श्लॉसबर्ग का निधन हो गया है। मात्र 35 वर्ष की अल्पायु में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। तातियाना पिछले कुछ समय से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं। उनके निधन की खबर से न केवल अमेरिका, बल्कि पूरी दुनिया में उनके प्रशंसकों और कैनेडी परिवार के शुभचिंतकों में शोक की लहर दौड़ गई है।
कैंसर के खिलाफ लंबी और साहसी लड़ाई
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, तातियाना का इलाज न्यूयॉर्क के एक शीर्ष अस्पताल में चल रहा था। उन्होंने बहुत ही साहस के साथ इस जानलेवा बीमारी का सामना किया, लेकिन अंततः उनकी स्थिति बिगड़ती चली गई। उनके अंतिम समय में परिवार के करीबी सदस्य उनके साथ मौजूद थे। तातियाना को उनकी सादगी और बौद्धिक क्षमता के लिए जाना जाता था।
एक प्रखर पत्रकार और लेखिका के रूप में पहचान
तातियाना श्लॉसबर्ग ने अपने परिवार की राजनीतिक विरासत के बजाय पत्रकारिता के क्षेत्र को अपना करियर चुना था।
- न्यूयॉर्क टाइम्स में योगदान: उन्होंने ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ के लिए जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण के मुद्दों पर कई प्रभावशाली लेख लिखे।
- प्रसिद्ध लेखिका: उनकी किताब ‘इनकम्पिकुअस कंजम्पशन’ (Inconspicuous Consumption) को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कृति माना जाता है, जिसके लिए उन्हें काफी सराहना मिली थी।
- बौद्धिक विरासत: वह पूर्व अमेरिकी राजदूत कैरोलीन कैनेडी और एडविन श्लॉसबर्ग की बेटी थीं।
कैनेडी परिवार की अगली पीढ़ी की चमक
तातियाना को कैनेडी परिवार की ‘अगली पीढ़ी’ के सबसे प्रभावशाली चेहरों में से एक माना जाता था। उन्होंने हमेशा अपने दादा (JFK) के मूल्यों को अपने काम के जरिए आगे बढ़ाने की कोशिश की, विशेषकर विज्ञान और पर्यावरण के क्षेत्र में। उनके निधन को पत्रकारिता और पर्यावरण सक्रियता के क्षेत्र में एक बड़ी क्षति माना जा रहा है।
दुनिया भर से मिल रही संवेदनाएं
तातियाना के निधन पर अमेरिका के वर्तमान और पूर्व राजनेताओं सहित दुनिया भर की जानी-मानी हस्तियों ने दुख व्यक्त किया है। सोशल मीडिया पर लोग उन्हें एक ‘जागरूक लेखिका’ और ‘सौम्य व्यक्तित्व’ के रूप में याद कर रहे हैं। उनके परिवार ने इस दुख की घड़ी में निजी गोपनीयता (Privacy) बनाए रखने की अपील की है।





