कोलकाता गैंगरेप केस: पूर्वी कोलकाता के एक प्रतिष्ठित लॉ कॉलेज में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना ने पूरे पश्चिम बंगाल को झकझोर कर रख दिया है। साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज की एक छात्रा के साथ जो हुआ, वह न सिर्फ अमानवीय है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि सत्ता की छांव में पल रहे कुछ दरिंदे अब खुलेआम कानून का मजाक उड़ाने लगे हैं। इस दर्दनाक वारदात की शुरुआत होती है 25 जून की शाम से। समय करीब 7:30 बजे का था जब एक युवती अपने कॉलेज के यूनियन रूम में थी। वहां पहले से मौजूद कुछ छात्र नेताओं ने उसे बातचीत के बहाने रोका, लेकिन जो हुआ वह किसी भी लड़की की जिंदगी को हमेशा के लिए तोड़ देने वाला था। पीड़िता का बयान बताता है कि उसे कॉलेज के छात्र संगठन के नेता जे (काल्पनिक नाम) ने पहले तो शादी का प्रस्ताव दिया, लेकिन जब उसने इंकार कर दिया तो वही ‘दादा’ दरिंदा बन गया।
पहले प्यार का ढोंग, फिर धमकी और फिर घंटों तक क्रूरता की इंतहा। पीड़िता ने बताया कि उसे जबरन यूनियन रूम के अंदर कैद किया गया, और वहां तीन घंटे से ज्यादा समय तक उसका शारीरिक शोषण किया गया। कोलकाता में कथित गैंगरेप मामले पर भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा, “…ममता बनर्जी को ऐसी घटनाएं नहीं दिखतीं। पश्चिम बंगाल में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं और महिलाएं घर से बाहर निकलने से डर रही हैं…टीएमसी को कम से कम ऐसी घटनाओं की निंदा तो करनी चाहिए…” कल्याण बनर्जी के बयान पर उन्होंने कहा, “उन्हें शर्म आनी चाहिए। वे वरिष्ठ नेता हैं, वकील हैं…उन्हें लोगों को ऐसी घटनाओं के खिलाफ विरोध करने के लिए प्रेरित करना चाहिए…”