प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पार्टी को टुकड़े-टुकड़े गैंग और अर्बन नक्सली चला रहे हैं। महाराष्ट्र के वर्धा में पीएम विश्वकर्मा योजना के एक साल पूरे होने पर जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज आप जिस कांग्रेस को देख रहे हैं, वह वह पार्टी नहीं है, जिससे महात्मा गांधी जैसे महान व्यक्ति जुड़े थे। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस में नफरत का भूत घुस गया है। आज की कांग्रेस में देशभक्ति की आत्मा ने दम तोड़ दिया है। पीएम मोदी ने कांग्रेस नेताओं के विदेश में दिए गए भाषणों में ‘भारत विरोधी एजेंडे’ की भी बात की, लेकिन उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम नहीं लिया, जिन्हें अमेरिका में आरक्षण प्रणाली को खत्म करने के अपने बयान के लिए सत्तारूढ़ दल की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। सभा को संबाधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 2 दिन पहले ही हम सबने विश्वकर्मा पूजा का उत्सव मनाया है और आज वर्धा की पवित्र धरती पर हम ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ की सफलता का उत्सव मना रहे हैं। आज ये दिन इसलिए भी खास है, क्योंकि 1932 में आज ही के दिन महात्मा गांधी जी ने अस्पृश्यता के खिलाफ अभियान शुरू किया था। विश्वकर्मा योजना के जरिए हमने श्रम से समृद्धि, कौशल से बेहतर कल का जो संकल्प लिया है। बापू की प्रेरणाएं हमारे उन संकल्पों को सिद्धि तक ले जाने का माध्यम बनेगी। मैं इस योजना से जुड़े सभी लोगों, देशभर के सभी लाभार्थियों को इस अवसर पर बधाई देता हूं।
उन्होंने कहा, ‘आज अमरावती में ‘पीएम मित्र पार्क’ की आधारशिला भी रखी गई है। आज का भारत अपनी टेक्सटाइल इंडस्ट्री को वैश्विक बाजार में टॉप पर ले जाने के लिए काम कर रहा है। देश का लक्ष्य है – भारत की टेक्सटाइल सेक्टर के हजारों वर्ष पुराने गौरव को पुनर्स्थापित करना। अमरावती का ‘पीएम मित्र पार्क’ इसी दिशा में एक और बड़ा कदम है।’
पीएम मोदी ने कहा कि विश्वकर्मा योजना केवल सरकारी प्रोग्राम भर नहीं है। ये योजना भारत के हजारों वर्ष पुराने कौशल को विकसित भारत के लिए इस्तेमाल करने का एक रोडमैप है। विश्वकर्मा योजना की मूल भावना है- सम्मान, सामर्थ्य और समृद्धि! यानी पारंपरिक हुनर का सम्मान, कारीगरों का सशक्तिकरण और विश्वकर्मा बंधुओं के जीवन में समृद्धि! ये हमारा लक्ष्य है। विश्वकर्मा योजना की एक और विशेषता है। जिस बड़े पैमाने पर इस योजना के लिए अलग अलग विभाग एकजुट हुए हैं, ये भी अभूतपूर्व है।