वॉशिंगटन। अमेरिका और कनाडा के बीच बढ़ते टैरिफ तनाव के बीच एक अहम कूटनीतिक मुलाकात हुई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कनाडा के उप प्रधानमंत्री मार्क कार्नी से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापार, सीमा शुल्क शुल्कों में बढ़ोतरी और उत्तर अमेरिकी व्यापार संबंधों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। बैठक के बाद ट्रंप ने कहा कि बातचीत “बहुत अच्छी और रचनात्मक” रही।
व्हाइट हाउस में हुई इस मुलाकात का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि हाल के हफ्तों में अमेरिका और कनाडा के बीच टैरिफ को लेकर तनाव बढ़ा है। ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में कनाडा से आयातित कुछ इस्पात और एल्युमिनियम उत्पादों पर शुल्क बढ़ा दिए थे, जिसके जवाब में कनाडा ने भी अमेरिकी कृषि उत्पादों और वाहनों पर प्रतिशोधी टैरिफ लगाने की चेतावनी दी थी।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में ट्रंप ने कहा, “हमारी बातचीत बहुत अच्छी रही। कार्नी एक सशक्त और व्यवहारिक नेता हैं। हमने व्यापार असंतुलन, निवेश और सीमा शुल्क को लेकर कई सकारात्मक सुझावों पर चर्चा की है। मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में अमेरिका और कनाडा के आर्थिक रिश्ते और मजबूत होंगे।”
कनाडाई उप प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने भी मुलाकात को “उपयोगी और सार्थक” बताया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच कुछ मुद्दों पर मतभेद हैं, लेकिन संवाद के जरिए उन्हें सुलझाया जा सकता है। “हमारा लक्ष्य निष्पक्ष व्यापार है, और हमें विश्वास है कि दोनों पक्ष एक साझा समाधान तक पहुंच सकते हैं,” कार्नी ने कहा।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने ऊर्जा आपूर्ति, सीमा पार निवेश और ऑटोमोबाइल उद्योग पर टैरिफ के प्रभाव पर भी चर्चा की। यह भी माना जा रहा है कि बैठक में नॉर्थ अमेरिकन ट्रेड एग्रीमेंट (USMCA) की शर्तों की समीक्षा को लेकर प्रारंभिक सहमति बनी है।
विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप और कार्नी की यह मुलाकात दोनों देशों के बीच तनाव कम करने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है। हालांकि, यह भी सच है कि टैरिफ नीति को लेकर ट्रंप प्रशासन का रुख अभी सख्त बना हुआ है, जिससे भविष्य में व्यापारिक टकराव पूरी तरह खत्म होने की संभावना फिलहाल कम दिखती है।
कनाडा, अमेरिका का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, और दोनों देशों के बीच सालाना लगभग 800 अरब डॉलर का व्यापार होता है। ऐसे में यह मुलाकात न केवल दोनों देशों के लिए, बल्कि वैश्विक आर्थिक स्थिरता के लिए भी अहम मानी जा रही है।




