भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस्राइल के अर्थव्यवस्था और उद्योग मंत्री नीर बरकत के साथ मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच कारोबार, तकनीक और निवेश को बढ़ावा देने के तरीकों पर बात हुई। इस मुलाकात को लेकर विदेश मंत्री ने कहा, इस्राइली मंत्री नीर बरकत से व्यापार, प्रौद्योगिकी और निवेश सहयोग की क्षमता को मजबूत करने पर बात हुई, हमने क्षेत्रीय घटनाक्रमों पर भी विचार-विमर्श किया।वहीं, मंत्री बरकत ने दोनों देशों के बीच बेहतर हवाई संपर्क की जरूरत पर बल दिया। इससे व्यापार और पर्यटन में तेजी आएगी। बरकत ने कहा, भारत-इस्राइल सहयोग की संभावनाएं असीमित हैं। हम हर साल मुनाफे में दो अंकों की बढ़ोतरी हासिल कर सकते हैं। 1992 में राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद से भारत-इस्राइल के संबंध तेजी से बढ़े हैं, खासकर व्यापार के क्षेत्र में। एशिया में भारत इस्राइल का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। पारंपरिक रूप से दोनों देशों के बीच व्यापार में हीरे, पेट्रोलियम उत्पाद और रसायनों का वर्चस्व रहा है।
बरकत ने हालिया संघर्षों के बाद सुरक्षा चिंताओं पर भी बात की और आश्वासन दिया कि इस्राइल यात्रा और व्यापार के लिए पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि इस्राइली एयरलाइन एल अल की निरंतर सेवाएं क्षेत्र की स्थिरता का सुबूत हैं। उन्होंने आगे कहा, हम चाहते हैं कि उड़ान सेवाएं फिर से शुरू हों, ताकि लोग इस्राइल आएं, घूमें और व्यापार करें। भविष्य में हमें बड़ी संभावनाएं नजर आ रही हैं।