भारत और दक्षिण कोरिया ने ‘भारत में मेक्ट्रोनिक्स: व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण’ नामक तकनीकी सहयोग परियोजना के लिए समझौता किया है।बुधवार को वित्त मंत्रालय ने कहा कि इस परियोजना को कोरिया अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (केओआईसीए) की मदद से क्रियान्वित किया जाएगा। यह भारत में केओआईसीए की सहायता से क्रियान्वित की जा रही पहली परियोजना है। दो वर्षों से अधिक समय तक चलने वाली इस परियोजना का उद्देश्य भारत में मेक्ट्रोनिक्स में व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण का आधार स्थापित करना है और इसे एनसीईआरटी द्वारा क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान, भोपाल में क्रियान्वित किया जाएगा। संस्थान पाठ्यक्रम, पाठ्यपुस्तकें, शिक्षक पुस्तिका और उपकरण तैयार करके मेक्ट्रोनिक्स में शिक्षा को पायलट करने के लिए माहौल बनाने में मदद करेगा।यह परियोजना मेक्ट्रोनिक्स में शिक्षकों की क्षमता निर्माण में मदद करेगी और साथ ही उद्योग और आरआईई, भोपाल के बीच नेटवर्किंग की सुविधा भी प्रदान करेगी। बता दें कि अक्तूबर 2016 में विकास सहयोग के लिए कोरिया को भारत का आधिकारिक विकास सहायता (ओडीए) भागीदार नामित किया गया था। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को 2015 में ‘विशेष रणनीतिक साझेदारी’ में अपग्रेड किया गया था।