इस्राइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव का असर अब जी7 शिखर सम्मेलन तक भी दिखने लगा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस वजह से सोमवार (स्थानीय समयानुसार) को एक दिन पहले ही सम्मेलन से लौटने का फैसला किया है। ट्रंप ने घोषणा की है कि ईरान की राजधानी तेहरान को तुरंत खाली कर दिया जाना चाहिए।
जी7 शिखर सम्मेलन का मकसद दुनिया भर में बढ़ते तनाव और संकटों को शांत करना था, लेकिन ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर हालात और बिगड़ गए हैं। जिसके चलते सम्मेलन में बाधा पड़ गई है। इस्राइल ने चार दिन पहले ईरान पर हवाई हमला शुरू कर दिया था।
शिखर सम्मेलन में ट्रंप ने चेतावनी दी कि ईरान को अपने परमाणु कार्यक्रम पर नियंत्रण करना होगा, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। उन्होंने कहा कि ईरान के पास समझौता करने के लिए पहले ही 60 दिन थे, लेकिन इस्राइली हवाई हमला शुरू होने से पहले वह ऐसा करने में नाकाम रहा। अब ईरान को एक समझौता करना होगा।
जब पत्रकारों ने ट्रंप से सवाल किया कि क्या अमेरिका इस युद्ध में शामिल होगा, तो उन्होंने सोमवार सुबह कहा, ‘मैं इस बारे में बात नहीं करना चाहता।’ लेकिन दोपहर होते-होते ट्रंप ने सोशल मीडिया चेतावनी देते हुए लिखा, ‘सभी को तुरंत तेहरान खाली कर देना चाहिए। इसके तुरंत बाद ट्रंप ने शिखर सम्मेलन छोड़ने का फैसला किया। अब ट्रंप मंगलवार को यूक्रेन युद्ध और वैश्विक व्यापार पर होने वाली बैठक में शामिल नहीं होंगे।
वहीं, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने ट्वीट कर कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप का जी7 में शानदार दिन रहा। यहां उन्होंने यूनाइटेड किंगडम और प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के साथ एक प्रमुख व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर भी किए। बैठक में बहुत कुछ हासिल किया गया। लेविट ने कहा कि वर्तमान में मध्य पूर्व में जो कुछ चल रहा है, उसके कारण राष्ट्रपति ट्रंप जी-7 से जल्दी रवाना हो जाएंगे। वे आज रात राष्ट्राध्यक्षों के साथ रात्रिभोज के बाद चले जाएंगे।
जी-7 की बैठक के दौरान अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम के बीच कुछ समझौतों पर सहमति बनी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा कि वे एक व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर कर रहे हैं जिससे दोनों देशों के सामानों पर शुल्क में कटौती होगी।
स्टार्मर ने सोमवार को कहा कि व्यापार समझौता अब कार्यान्वयन के अंतिम चरण में है। मुझे उम्मीद है कि यह बहुत जल्द पूरा हो जाएगा। वहीं, ट्रंप ने कहा कि इस समझौते से बहुत सारी नौकरियां और बहुत सारी आय पैदा होगी।