इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को बताया कि हिजबुल्ला प्रमुख हसन नसरल्ला पर हमले का आदेश व्यक्तिगत रूप से उन्होंने ही दिया था। शुक्रवार को लेबनान की राजधानी बेरूत में इस्राइली हवाई हमले में हिजबुल्ला प्रमुख हसन नसरल्ला की मौत हो गई। इस्राइल ने हिजबुल्ला के ठिकानों पर दक्षिणी लेबनान और पूर्वी इलाकों में भारी बमबारी की। दक्षिण बेरूत में हिजबुल्ला के ठिकानों पर इस्राइल की बमबारी से कई इमारतें जमींदोज हो गई हैं। नसरल्ला की मौत के बाद देश को संबोधित करते हुए नेतन्याहू ने हिजबुल्ला चीफ की मौत को इस्राइल के लिए बड़ी उपलब्धि बताया और कहा कि इससे इस्राइल की उत्तरी सीमाओं पर सुरक्षा बहाल करने में मदद मिलेगी। नेतन्याहू ने कहा कि नसरल्ला इस्राइली और विदेशी नागरिकों पर कई हमलों की साजिश रचने का जिम्मेदार था, जिसमें 1980 के दशक में हाई-प्रोफाइल बम विस्फोट भी शामिल थे। गौरतलब है कि साल 1983 में बेरूत में हुए बम विस्फोट में अमेरिकी दूतावास में 63 लोगों और सैकड़ों अमेरिकी मरीन और फ्रांसीसी पैराट्रूपर्स की मौत हो गई थी। नेतन्याहू ने कहा कि ‘आतंकवादी’ नसरल्ला की मौत हिजबुल्ला की क्षमताओं को कम करने के लिए जरूरी थी। उन्होंने कहा, ‘जब तक नसरल्लाह जीवित होता, वह जल्द ही उन क्षमताओं को बहाल कर देता, जिन्हें हमने हिजबुल्ला से छीन लिया था।’ इस्राइली पीएम ने कहा कि हमने नसरल्ला से इस्राइल समेत कई देशों के लोगों की हत्याओं का बदला ले लिया
नेतन्याहू ने नसरल्ला की मौत पर ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि इस्राइल की पहुंच ईरान सहित पूरे क्षेत्र में फैली हुई है, और साफ किया कि ‘नसरल्ला की हत्या तेहरान और उसके समर्थकों के लिए एक संदेश है कि ईरान या मध्य पूर्व में ऐसी कोई जगह नहीं है, जहां इस्राइल के लंबे हाथ नहीं पहुंच सकते। मैं अयातुल्ला के शासन से कहता हूं, जो कोई भी हमें हराएगा, हम उसे हरा देंगे।’
‘नसरल्ला की मौत से हमास भी कमजोर होगा’
इस्राइली प्रधानमंत्री ने कहा कि सीमा पार से गोलीबारी के कारण उत्तरी इस्राइल से विस्थापित हुए नागरिक अब नसरल्ला की मौत के बाद वापस अपने घर लौट सकेंगे। उन्होंने कहा कि ‘हिजबुल्ला प्रमुख की मौत से हमास भी कमजोर होगा क्योंकि अब हमास प्रमुख याह्या सिनवार को पता है कि उसे बचाने के लिए हिजबुल्ला नहीं आएगा। ऐसे में हमारे बंधकों की रिहाई की संभावना बढ़ गई है।’ नेतन्याहू ने ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए आईडीएफ, मोसाद और शिन बेट सहित इस्राइल की सैन्य और खुफिया एजेंसियों की प्रशंसा की। नेतन्याहू ने कहा ‘हम अपने दुश्मनों पर हमला जारी रखने, अपने निवासियों को उनके घरों में वापस भेजने और अपने सभी अपहृत लोगों को वापस लौटाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। हम उन्हें एक पल के लिए भी नहीं भूलते।’