राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक शुक्रवार से शुरू हो रही है। इस अहम बैठक में संघ के शताब्दी वर्ष (2025-26) को लेकर व्यापक कार्ययोजना पर चर्चा की जाएगी। शताब्दी वर्ष की शुरुआत इस साल विजया दशमी से नागपुर में होगी, जो संघ का मुख्यालय है।
घर-घर संपर्क और राष्ट्र संवाद
संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर के अनुसार—
- 21 दिनों का गृह संपर्क अभियान चलाया जाएगा, जिसमें स्वयंसेवक घर-घर जाकर संघ के उद्देश्यों की जानकारी देंगे।
- देशभर की हर शाखा में विजया दशमी समारोह आयोजित होगा।
- जिला स्तर पर सामाजिक समरसता बैठकें और नागरिक गोष्ठियां होंगी, जिनमें राष्ट्र, हिंदुत्व और सामाजिक विषयों पर विमर्श होगा।
बैठक में कौन-कौन होगा शामिल?
- संघ प्रमुख मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले बैठक का मार्गदर्शन करेंगे।
- सभी 46 प्रांतों के प्रचारकों के साथ-साथ 233 पदाधिकारी भाग लेंगे, जिनमें अनुषांगिक संगठनों के संगठन मंत्री भी शामिल होंगे।
प्रमुख चर्चाएं और आयोजन की योजना
- खंड, बस्ती और मंडल स्तर पर हिंदू सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
- शताब्दी वर्ष को ध्यान में रखते हुए संघ प्रमुख की वार्षिक प्रवास योजना को मंजूरी दी जाएगी।
- इस विशेष प्रवास योजना के तहत दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और कोलकाता में सार्वजनिक संवाद कार्यक्रम भी होंगे।
जाति जनगणना पर संघ का रुख
सुनील आंबेकर ने सरकार द्वारा जाति जनगणना के निर्णय का समर्थन करते हुए कहा—
“अगर इसका उद्देश्य लोककल्याण है तो यह उचित है। लेकिन यह भी जरूरी है कि इस प्रक्रिया में सामाजिक सद्भाव बना रहे।”
आरएसएस की यह बैठक केवल सांगठनिक समीक्षा नहीं है, बल्कि यह शताब्दी वर्ष को एक राष्ट्रीय जनसंपर्क और वैचारिक अभियान में बदलने की तैयारी का हिस्सा है। अगले एक वर्ष में संघ का फोकस सामाजिक सहभागिता, वैचारिक स्पष्टता और जनसंपर्क विस्तार पर रहेगा।