रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि रेलवे अब आत्मनिर्भर बनने की दिशा में काम कर रहा है और इसके तहत भारत के बाहर ट्रेनों के निर्यात के लिए रोडमैप तैयार किया गया है। इस क्रम में, वंदे भारत ट्रेन, जिसमें आधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया है, अब अन्य देशों में निर्यात किया जाएगा। इसके अलावा, ब्रॉड गेज और स्टैंडर्ड गेज की वंदे भारत ट्रेन का निर्माण भी शुरू किया गया है।
वैष्णव ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन युवाओं के बीच बहुत पसंद की जा रही है और इसमें यात्रियों को वर्ल्ड क्लास की आधुनिकता का अनुभव मिल रहा है। कुछ ही वर्षों में, इस ट्रेन को निर्यात किया जाएगा। वंदे भारत ट्रेन, जो पुल-पुश तकनीक पर आधारित है, रिकॉर्ड स्तर पर सफल रही है। उन्होंने बताया कि 2014 तक आरओबी (रियाओर्ड कार्य क्षमता) और आरयूबी (रियाओर्ड यूजेज कार्य क्षमता) का निर्माण काफी धीमी गति से हो रहा था।