अमेरिका में पांच नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में रिपब्लिकन की ओर से डोनाल्ड ट्रंप, जबकि डेमोक्रेट्स की तरफ से अब कमला हैरिस मैदान में हैं। दोनों प्रतिद्वंद्वी एक दूसरे को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। चार दिन पहले यानी रविवार को जो बाइडन ने चुनावी दौड़ से बाहर होने का एलान कर सबको चौंका दिया था। इसके बाद सवाल उठने लगे थे कि क्या राष्ट्रपति ने रिपब्लिकन के दबाव में आकर यह फैसला लिया है। हालांकि, अब बाइडन ने इस मामले में चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि वह इस कार्यालय का सम्मान करते हैं, लेकिन वह अपने देश से अधिक प्यार करते हैं। जो बाइडन ने ओवल ऑफिस के ऐतिहासिक संबोधन में दोबारा राष्ट्रपति बनने की अपनी दावेदारी खत्म करने के अपने फैसले के बारे में बताया। उन्होंने कहा, ‘मैं इस पद का सम्मान करता हूं, लेकिन मैं अपने देश से ज्यादा प्यार करता हूं।’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने पांच नवंबर को दोबारा राष्ट्रपति पद का चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा करने और व्हाइट हाउस की दौड़ के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का समर्थन करने के बाद देश के नाम अपने पहले संबोधन में कहा, ‘लोकतंत्र की रक्षा करना किसी भी पद से ज्यादा महत्वपूर्ण है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे अमेरिकी लोगों के लिए काम करने से ताकत और खुशी मिलती है। मगर हमारे संघ को परिपूर्ण बनाने का यह कार्य मेरे बारे में नहीं है। यह आपके, आपके परिवार और आपके भविष्य के बारे में है। यह हमारे लोगों के बारे में है।’
अपने राजनीतिक करियर के अंत को चिह्नित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि देश का लोकतंत्र मतदाताओं के हाथों में है। 80 वर्षीय नेता ने कहा, ‘दुनिया में कहीं और ऐसा नहीं हो सकता कि स्क्रैंटन, पेनसिल्वेनिया और क्लेमोंट, डेलावेयर में सामान्य रूप से जन्म लेने वाला हकलाने वाला बच्चा एक दिन संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में ओवल ऑफिस में बैठे। लेकिन मैं यहां हूं।’ उन्होंने अमेरिकी लोगों के प्यार और समर्थन के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने अपना दिल और आत्मा देश को दी है और बदले में उन्हें कई बार आशीर्वाद मिला है।