अमेरिकी सीनेट ने देश के वित्त मंत्री पद के लिए घाटे में कमी और विनियमन के पक्षधर स्कॉट बेसेन्ट के नाम पर मुहर लगा दी है। उनके नाम पर मुहर लगाने के बाद अव वे ट्रंप सरकार की कर कटौती को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। बता दें कि बेसेन्ट पहले डेमोक्रेट्स के साथ थे हालांकि, बाद में वे ट्रंप के समर्थन में उतर आए। वे ट्रंप के पहले कार्यकाल में कांग्रेस की ओर से स्वीकृत कर कटौती को आगे बढ़ाते हुए खर्चा घटाने पक्षधर रहे हैं। दक्षिण कैरोलिना निवासी बेसेन्ट अमेरिका के बड़ा कारोबारी हैं और वे ‘गे’ हैं। उन्होंने अपने गे होने को सार्वजनिक रूप से स्वीकार भी किया है। ट्रम्प के दानदाता और सलाहकार बनने से पहले, बेसेन्ट ने 2000 के दशक की शुरुआत में विभिन्न डेमोक्रेटिक उद्देश्यों के लिए भी दान दिया। उन्होंने विशेष रूप से अल गोर के राष्ट्रपति पद के अभियान में अपना योगदान दिया था। उन्होंने डेमोक्रेट के एक प्रमुख समर्थक जॉर्ज सोरोस के लिए भी काम किया।सोरोस के लंदन स्थित निवेश परिचालन में भी बेसेन्ट की प्रभावशाली भूमिका थी। 1992 में पाउंड के विरुद्ध उन्होंने एक प्रसिद्ध दांव लगाया था। जिसके कारण “ब्लैक वेडनसडे” के दिन उन्हें भारी मुनाफा हुआ, उस दौरान पाउंड को अन्य यूरोपीय मुद्राओं से अलग कर दिया गया था। वह नियमित रूप से घाटे में कमी की वकालत करते हैं, साथ ही ट्रंप की कर कटौती को बढ़ाने का भी समर्थन भी करते हैं।बेसेन्ट ने 2017 के कर कटौती और रोजगार अधिनियम के प्रावधानों को बढ़ाने का समर्थन किया है, जिस पर ट्रम्प ने अपने कार्यकाल के पहले वर्ष में हस्ताक्षर करके इसे कानून बना दिया था। विभिन्न आर्थिक विश्लेषणों के अनुसार विभिन्न कर कटौतियों की लागत 10 वर्षों में लगभग 6 ट्रिलियन डॉलर से 10 ट्रिलियन डॉलर के बीच है।