कोलकाता: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के अपने हालिया दौरे के दौरान प्रदेश की तृणमूल कांग्रेस (TMC) सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। एक जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि उनके शासनकाल में बंगाल की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान धुंधली पड़ गई है। उन्होंने कहा कि आज बंगाल केवल ‘भय, भ्रष्टाचार और अत्याचार’ के लिए जाना जा रहा है।
भ्रष्टाचार के मुद्दों पर घेरा
अमित शाह ने राज्य में व्याप्त कथित भ्रष्टाचार को अपना मुख्य हथियार बनाया। उन्होंने सरकारी योजनाओं में धांधली का जिक्र करते हुए कहा:
- भ्रष्टाचार की जड़ें: शाह ने आरोप लगाया कि केंद्र द्वारा भेजी गई विकास योजनाओं का पैसा ‘सिंडिकेट’ और ‘टोलाबाजी’ की भेंट चढ़ रहा है।
- गरीबों का हक: उन्होंने कहा कि बंगाल का गरीब और अधिक गरीब होता जा रहा है, जबकि सत्ताधारी दल के करीबी नेता आलीशान महलों में रह रहे हैं।
- भर्ती घोटाले: शिक्षक भर्ती और अन्य सरकारी नौकरियों में हुए कथित घोटालों का उल्लेख करते हुए उन्होंने ममता सरकार को युवा विरोधी करार दिया।
‘डर के साये में है बंगाल की जनता’
कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए गृह मंत्री ने कहा कि बंगाल में राजनीतिक हिंसा ने लोकतंत्र का गला घोंट दिया है।
- राजनीतिक हिंसा: उन्होंने दावा किया कि भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है और आम जनता वोट देने से पहले डर महसूस करती है।
- तुष्टिकरण की राजनीति: शाह ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी वोट बैंक के लिए तुष्टिकरण की नीति अपना रही हैं, जिससे राज्य की आंतरिक सुरक्षा खतरे में है।
“सोनार बांग्ला” का संकल्प
अमित शाह ने जनता से अपील की कि वे इस ‘अत्याचारी शासन’ को उखाड़ फेंकने के लिए एकजुट हों। उन्होंने वादा किया कि अगर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनती है, तो:
- बंगाल को फिर से ‘सोनार बांग्ला’ बनाया जाएगा।
- भ्रष्टाचार करने वालों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
- केंद्र की ‘आयुष्मान भारत’ जैसी योजनाओं को तत्काल लागू किया जाएगा, जिन्हें ममता सरकार ने रोक रखा है।
“ममता दीदी ने बंगाल को विकास की दौड़ में पीछे धकेल दिया है। जो राज्य कभी पूरे देश का नेतृत्व करता था, आज वह बम धमाकों और भ्रष्टाचार की खबरों में सिमट गया है। अब समय बदलाव का है।” — अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री





