Thursday, March 13, 2025

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‘अंतरिक्ष जाने को उत्साहित’, इसरो-नासा की परियोजना के तहत ISS जाने वाले पहले भारतीय शुभांशु

भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने कहा कि वे इस साल के अंत में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर एक्सिओम मिशन 4 के लिए जाने को लेकर बहुत उत्साहित हैं। वे फ्लोरिडा के अंतरिक्ष स्टेशन से स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर सवार होकर आईएसएस की यात्रा करने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री होंगे। यह मिशन नासा और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के बीच एक संयुक्त प्रयास का हिस्सा है, जिसकी घोषणा बृहस्पतिवार को की गई। शुभांशु शुक्ला ने बृहस्पतिवार को एक ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि वे माइक्रोग्रैविटी में जाने के लिए बहुत उत्साहित हैं, और वे आईएसएस पर कुछ योग आसन करने की भी कोशिश करेंगे। भारतीय वायु सेना में ग्रुप कैप्टन शुक्ला को इस मिशन के पायलट के रूप में नामित किया गया है। उन्होंने बताया कि वे आईएसएस पर भारत की विविधता को दर्शाने वाली वस्तुओं को भी लेकर जाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसरो ने उन्हें इन वस्तुओं के चयन के लिए भारत के एक विश्वविद्यालय से सहयोग करने को कहा है।

एक सवाल के जवाब में शुक्ला ने कहा कि वे अपने साथी क्रू सदस्यों के साथ विभिन्न प्रकार के भारतीय भोजन बनाने का प्रयास कर रहे हैं और उन्हें वे आईएसएस पर ले जाएंगे। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि मिशन में नासा की पूर्व अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन भी शामिल हैं, जो मिशन की कमान संभालेंगी। निजी मिशन के अन्य सदस्य पोलैंड के स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी के टिबोर कापू हैं, जो पोलैंड और हंगरी के पहले अंतरिक्ष यात्री हैं।

नासा ने कहा कि एक बार डॉक हो जाने के बाद, निजी अंतरिक्ष यात्री परिक्रमा प्रयोगशाला में 14 दिन तक बिताने की योजना बना रहे हैं, जिसमें वैज्ञानिक प्रयोग और अन्य गतिविधियां होंगी।

मिशन की कमान संभालने वाली पैगी व्हिटसन ने कहा कि एक्सिओम मिशन 4 के विविध और प्रतिभाशाली चालक दल के साथ काम करना एक बहुत अच्छा अनुभव रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इन लोगों का अपने देशों के लिए अवसर और संभावनाएं बढ़ाने के लिए समर्पण देखना बहुत प्रेरणादायक है।

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