भारत के सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल 33 देशों की राजधानियों का दौरा कर दहशतगर्दों के पनाहगाह पाकिस्तान और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार की नीतियों को अलग-अलग मंचों पर बेनकाब किया। शिष्टमंडलों ने अल्जीरिया, डेनमार्क, ब्रिटेन, इथियोपिया, फ्रांस, इटली जैसे देशों में भारत का पक्ष मजबूती से रखा। ग्रीस, बहरीन, कतर, रूस, जापान और यूएई जैसे देशों में भी दहशतगर्दों के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति बताई गई। कांग्रेस सांसद शशि थरूर नीत सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिका दौरे पर है। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद नीत शिष्टमंडल जर्मनी दौरे पर है। वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत की कूटनीतिक मुहिम जारी है। अलग-अलग दलों में शामिल इन 51 सांसदों के अलावा कई राजनयिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री और राजनयिकों ने पाकिस्तानी दुष्प्रचार को धराशायी किया है।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्वीट किया, ‘एक बार फिर, जैसा कि प्रतिनिधिमंडल द्वारा दौरा किए गए सभी देशों में हुआ, हमने वाशिंगटन डीसी में दूतावास के सामने स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की। यह आश्चर्यजनक है कि कितनी सारी विश्व राजधानियां महात्मा की मूर्तियों या प्रतिमाओं से सजी हुई हैं, जो 20वीं सदी के शांति, अहिंसा और मानव स्वतंत्रता के सबसे बड़े दूत थे।’भारत की नकल करते हुए पाकिस्तान ने भी अपने प्रतिनिधिमंडल विदेशों में भेजे हैं, लेकिन उन्हें पर्याप्त समर्थन नहीं मिल रहा है। अमेरिका पहुंचे पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल से अमेरिकी कांग्रेसी ब्रैड शेरमेन ने सिंध में लोगों को प्रभावित करने वाले मुद्दों को उठाया। उन्होंने वहां पानी की कमी, लोगों को जबरन गायब किए जाने और सिंधी लोगों के व्यवस्थित दमन पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने सिंध में सामने आ रहे पर्यावरणीय और मानवीय संकट को भी रेखांकित किया। उन्होंने पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग द्वारा 2011 से 8,000 से अधिक जबरन गायब किए जाने के दस्तावेजों का हवाला दिया, जिनमें से कई की कभी भी उचित जांच नहीं की गई। अमेरिका में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने सीनेट की विदेश संबंध समिति के सदस्य सीनेटर क्रिस वान होलेन से भी चर्चा की और उन्हें पाकिस्तान से उत्पन्न आतंकवाद के खतरे के बारे में बताया, जिसने भारत और अमेरिका दोनों को प्रभावित किया है। सीनेटर ने भारत में बार-बार हुए आतंकी हमलों के पीड़ितों के प्रति सहानुभूति जताई।जर्मनी ने भी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को अपने मजबूत समर्थन और एकजुटता की पुष्टि की। संघीय विदेश मंत्री जोहान वाडेफुल को भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान द्वारा परमाणु ब्लैकमेल के आगे न झुकने के नई दिल्ली के संकल्प को रेखांकित किया। यूरोपीय देश का दौरा करने के दौरान, प्रतिनिधिमंडल ने जर्मन राजनीतिक और कूटनीतिक नेतृत्व को आतंकवाद के प्रति शून्य-सहिष्णुता के लिए भारत के अडिग एकजुट रुख से अवगत कराया। भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री वाडेफुल से मिलकर बहुआयामी भारत-जर्मनी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत एवं गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की। यहां एक कार्यक्रम के दौरान शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि भारत महात्मा गांधी और महात्मा बुद्ध का है, जो शांति का संदेश देता है। लेकिन संकट के समय भारत को कृष्ण भी याद रहते हैं। प्रियंका ने महाभारत का जिक्र करते हुए आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का जिक्र किया।