आतंकी संगठनों के फंड घटे, लेकिन रणनीतिक विस्तार जारी; यमन और सोमालिया के गठजोड़ पर भी चिंता
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को सौंपी गई ताज़ा रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि इस्लामिक स्टेट (IS) और अल-कायदा जैसे आतंकी संगठनों का खतरा अफ्रीका और सीरिया में तेजी से बढ़ रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों संगठन सीरिया को भविष्य के हमलों का रणनीतिक केंद्र बना रहे हैं।
अफ्रीका में प्रभाव विस्तार
पश्चिम अफ्रीका में जेएनआईएम और पूर्वी अफ्रीका में अल-शबाब अपने प्रभाव वाले क्षेत्रों का विस्तार कर रहे हैं। IS के मध्य-पूर्व में कमजोर पड़ने के बाद उसका फोकस अफ्रीका की ओर बढ़ा है।
सीरिया में फिर सक्रिय आतंक
रिपोर्ट के अनुसार, बशर अल-असद के सत्ता छोड़ने के बाद सीरिया में अस्थिरता बढ़ी है। दिसंबर 2023 में दमिश्क पर हमले में 5000 से अधिक विदेशी आतंकी शामिल होने की जानकारी सामने आई।
अमेरिका और यूरोप पर भी खतरा कायम
विशेषज्ञों ने कहा कि ISIS की ओर से अमेरिका और यूरोप पर भी खतरा बरकरार है। न्यू ऑरलियन्स में एक हमले में 14 मौतें हुईं और मिशिगन में एक सैन्य अड्डे पर हमला टला। सोशल मीडिया और एन्क्रिप्टेड ऐप्स के ज़रिए कट्टरपंथी प्रचार तेज किया जा रहा है।
आर्थिक संकट और नई फंडिंग रणनीतियाँ
IS को वित्तीय संकट का सामना है। लड़ाकों की वेतन में भारी कटौती हुई है और परिवारों को मिलने वाली सहायता भी अनियमित हो चुकी है। अब ये संगठन टैक्स वसूली, अपहरण, हवाला और महिला दूतों के माध्यम से फंड जुटा रहे हैं।
यमन-सोमालिया गठजोड़ से बढ़ा खतरा
रिपोर्ट में पूर्वी अफ्रीका में अल-शबाब और यमन के हूती विद्रोहियों के बीच हथियार और प्रशिक्षण साझेदारी की बात कही गई है। यह गठजोड़ अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बन सकता है।