कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षु चिकित्सक की दुष्कर्म के बाद की गई हत्या के विरोध में टीएमसी सांसद जवाहर सरकार ने पार्टी से इस्तीफा देने के बाद गुरुवार को राज्यसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया। उन्होंने उपराष्ट्पति जगदीप धनखड़ से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा। गौरतलब है कि सीएम ममता समेत पार्टी के दिग्गज नेताओं ने सरकार को इस्तीफा नहीं देने के लिए मनाने की लगातार नाकाम कोशिश की। सरकार के इस्तीफे को टीएमसी और सीएम ममता के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। उपराष्ट्रपति को इस्तीफा सौंपने की तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर साझा करते हुए सरकार ने लिखा कि सर, मेरा समय समाप्त हो गया। आज संसद भवन में उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति को सांसद के रूप में अपना इस्तीफा सौंप दिया। अब मैं बोलने और लिखने के लिए स्वतंत्र हूं। अब मैं तानाशाही, सांप्रदायिकता और भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई को और मजबूत करूंगा। नौकरशाह से राजनीतिज्ञ बने सरकार की बतौर ईमानदार और बेबाक नेता के रूप में राज्य में काफी प्रतिष्ठा है। उन्होंने न सिर्फ प्रशिक्षु महिला चिकित्सक मामले में सीएम ममता बनर्जी की भूमिका पर सवाल उठाए, बल्कि राज्य सरकार और पार्टी में बढ़ते भ्रष्टाचार को लेकर भी लगातार निशाना साधा है।