पटना।
बिहार की सियासत आज एक बार फिर गरमाने जा रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी रविवार को पटना पहुंचेंगे और यहां आयोजित संविधान बचाओ-रोजगार दो (SIR) रैली में शामिल होंगे। गांधी मैदान में होने वाली इस रैली को विपक्षी एकजुटता की शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है।
कार्यक्रम में राहुल गांधी के साथ बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झामुमो नेता हेमंत सोरेन, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद संजय राउत और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) की नेता सुप्रिया सुले मंच साझा करेंगे। विपक्षी खेमे के अन्य कई नेता भी इस मौके पर पटना पहुंचने वाले हैं।
कांग्रेस ने इस रैली को खास महत्व दिया है। पार्टी का कहना है कि यह रैली सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश में एक संदेश देने वाली होगी। राहुल गांधी अपने संबोधन में केंद्र सरकार पर युवाओं से किए गए वादों को पूरा न करने, बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर सीधा हमला बोल सकते हैं।
रैली से पहले पटना और आसपास के क्षेत्रों में कांग्रेस और राजद कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त तैयारी की है। गांधी मैदान और शहर के प्रमुख चौराहों पर बैनर-पोस्टर लगाए गए हैं। वहीं सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं।
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि राहुल गांधी की यह रैली न केवल लोकसभा चुनाव 2024 की पृष्ठभूमि तैयार करेगी, बल्कि बिहार में विपक्षी गठबंधन की ताकत का भी प्रदर्शन होगी। खास बात यह है कि इसमें अलग-अलग राज्यों के दिग्गज नेताओं का एक मंच पर आना विपक्षी एकता का स्पष्ट संकेत देता है।