प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को भारत में संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) की ओर से आयोजित किए जाने वाले पहले दूरसंचार मानक सम्मेलन और भारत मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) का उद्घाटन कर सकते हैं। दोनों कार्यक्रमों के आयोजकों की ओर से भेजे गए निमंत्रण में यह जानकारी दी गई। विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा (डब्ल्यूटीएसए) सम्मेलन चार वर्षों के अंतराल पर आयोजित किया जाता है। इसमें स्वीकृत सिफारिशें और प्रस्ताव संचार प्रौद्योगिकियों के विकास की दिशा तय करते हैं। आईटीयू के एक अधिकारी ने कहा, दूरसंचार विभाग की ओर से समर्थित इंडिया मोबाइल कांग्रेस का आठवां संस्करण भी डब्ल्यूटीएसए के साथ आयोजित किया जाएगा। कई देशों, प्रदर्शकों, स्टार्टअप आदि की भागीदारी के मामले में वार्षिक आईएमसी का आकार पिछले साल से लगभग दोगुना हो गया है। नासिक के एक मंदिर के मुख्य पुजारी, तीन अधिवक्ता और मुस्लिम संगठन के एक प्रतिनिधि आज संसदीय समिति के समक्ष वक्फ विधेयक पर अपने विचार साझा करेंगे। वक्फ (संशोधन) विधेयक पर संसद की संयुक्त समिति की सोमवार और मंगलवार को यहां बैठक होने वाली है, जिसमें वह जमीयत उलमा-ए-हिंद, दिल्ली और गोवा की सनातन संस्था के प्रतिनिधियों का पक्ष सुनेगी। भाजपा के जगदंबिका पाल की अध्यक्षता वाली समिति नासिक के श्री कालाराम मंदिर के मुख्य पुजारी महंत सुधीरदास महाराज का भी पक्ष सुनेगी। अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय, विष्णु शंकर जैन और अमिता सचदेवा भी समिति के समक्ष विधेयक पर अपनी बात रखेंगे। कर्नाटक में पत्रकार गौरी लंकेश हत्याकांड के आरोपियों का शहर में हिंदुत्व कार्यकर्ताओं ने शॉल और माला पहनाकर स्वागत किया गया। हत्या के आरोपी परशुराम वाघमोरे और मनोहर यादव समेत छह लोगों को बंगलूरू की सेशन कोर्ट ने 9 अक्तूबर को जमानत दे दी थी और उन्हें 11 अक्तूबर को जेल से रिहा कर दिया गया था। वे सभी छह साल से अधिक समय से जेल में बंद थे। उनके आगमन पर शनिवार रात हिंदुत्व कार्यकर्ता आरोपियों को छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास ले गए। यहां पर उन्होंने भारत माता की जय और सनातन धर्म की जय के नारे लगाए। इसी के साथ भगवा शॉल और माला पहनाकर स्वागत किया। गौरतलब है कि पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या 5 सितंबर 2017 को राजराजेश्वरी नगर स्थित आवास के बाहर कर दी गई थी।