पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत में सुरक्षा और रणनीतिक स्तर पर हलचल तेज हो गई है। सोमवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साउथ ब्लॉक स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के साथ अहम बैठक की। shortly बाद गृह सचिव गोविंद मोहन भी प्रधानमंत्री से मिलने पहुंचे।
सूत्रों के अनुसार, यह बैठक संभावित जवाबी कार्रवाई और राष्ट्रीय सुरक्षा पर केंद्रित रही। इससे पहले प्रधानमंत्री ने रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह से भी लगभग आधे घंटे तक चर्चा की थी। यह वार्ता वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह के साथ हुई बैठक के एक दिन बाद हुई।
प्रधानमंत्री मोदी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि भारत अब निर्णायक फैसलों के मूड में है और सेना को जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी छूट दी गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी स्पष्ट किया था कि देश जैसी प्रतिक्रिया चाहता है, वैसी ही कार्रवाई की जाएगी।
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी से टेलीफोन पर बातचीत में हमले की निंदा की और आतंकवाद के खिलाफ भारत को हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि रूस ने पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, भारत ने हमले में शामिल पांच आतंकवादियों की पहचान कर ली है, जिनमें से तीन पाकिस्तानी नागरिक बताए जा रहे हैं। सैन्य सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने सेना को यह तय करने की छूट दे दी है कि जवाबी कार्रवाई कब और कैसे की जाए।
ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में पाकिस्तान पर किसी बड़े कदम की घोषणा हो सकती है।