22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके जवाब में भारत द्वारा 7 मई को की गई सटीक सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत-पाकिस्तान के संबंधों में जबरदस्त तनाव देखा जा रहा है। इसी बीच पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने LoC के पास अग्रिम चौकियों का दौरा कर एक बार फिर चर्चा को हवा दे दी है।
पाकिस्तान की सेना मीडिया शाखा ISPR के मुताबिक, जनरल मुनीर ने ईद-उल-अजहा के मौके पर अग्रिम मोर्चे पर तैनात सैनिकों के साथ समय बिताया और उन्हें राष्ट्र सेवा के लिए धन्यवाद दिया। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह दौरा केवल सांकेतिक नहीं था, बल्कि इसका मकसद भारत को परोक्ष रूप से उकसाना भी हो सकता है।
जनरल मुनीर ने इस दौरान सैनिकों की सतर्कता और तैयारियों की सराहना की, साथ ही यह भी दावा किया कि हालिया संघर्ष में पाकिस्तान ने भारत को “करारा जवाब” दिया। हालांकि, उन्होंने इस दौरान उन जवाबी हमलों का ज़िक्र नहीं किया जिनमें पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों — जैसे एयर बेस, रडार साइट्स और कमांड सेंटर — को भारतीय सेना की कार्रवाई में नुकसान पहुंचा।
विशेषज्ञों का कहना है कि जनरल मुनीर और पाकिस्तान सरकार लगातार झूठे प्रचार और तस्वीरों के जरिए अपनी विफलताओं को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। हाल ही में एक ऐसी तस्वीर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को भेंट में दी गई, जिसे “भारत से संघर्ष की जीत” का प्रतीक बताया गया। बाद में यह सामने आया कि वह तस्वीर दरअसल 2019 में चीन के सैन्य अभ्यास की थी।
जनरल मुनीर की इस हरकत को लेकर सुरक्षा विश्लेषकों का कहना है कि भारत की सशस्त्र बलें और खुफिया एजेंसियां लगातार पाकिस्तान की गतिविधियों पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं। अप्रैल में बिगड़े हालात और पाकिस्तान की भड़काऊ बयानबाज़ी से सबक लेते हुए भारत अब किसी भी स्तर पर उकसावे को लेकर पूरी तरह सतर्क है।