भारत के मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई ने सोमवार को अपने उत्तराधिकारी के रूप में सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीश जस्टिस सूर्यकांत का नाम केंद्रीय कानून मंत्रालय को सिफारिश के रूप में भेजा है। सूत्रों के अनुसार, यह सिफारिश परंपरागत वरिष्ठता-आधारित प्रणाली के तहत की गई है, जिसके अनुसार वर्तमान मुख्य न्यायाधीश अपने बाद वरिष्ठतम न्यायाधीश को उत्तराधिकारी के रूप में प्रस्तावित करते हैं। अगर प्रक्रिया नियमानुसार आगे बढ़ती है, तो जस्टिस सूर्यकांत 24 नवंबर 2025 को भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार ग्रहण करेंगे, जो सीजेआई गवई की सेवानिवृत्ति के अगले दिन है। अनुमान है कि उनका कार्यकाल फरवरी 2027 तक रहेगा। कानून मंत्रालय ने वर्तमान मुख्य न्यायाधीश से उत्तराधिकारी का नाम मांगा था, जिसके बाद अब सरकार औपचारिक अधिसूचना जारी करेगी। जस्टिस सूर्यकांत का न्यायिक करियर उल्लेखनीय रहा है — उन्होंने कई संवैधानिक मामलों में महत्वपूर्ण निर्णय दिए हैं और न्यायपालिका में पारदर्शिता व सुचारू नेतृत्व परिवर्तन के प्रतीक माने जा रहे हैं। वरिष्ठता-आधारित परंपरा का पालन न्यायिक स्वायत्तता और संस्थागत स्थिरता के लिए सकारात्मक संकेत माना जा रहा है, जबकि उनका कार्यकाल आने वाले संवैधानिक और सामाजिक रूप से महत्वपूर्ण मामलों के लिए निर्णायक साबित हो सकता है।
‘‘Justice Surya Kant होंगे देश के अगले मुख्य न्यायाधीश, B. R. Gavai ने कानून मंत्रालय को भेजा प्रस्ताव





