नई दिल्ली — भारतीय सीमा सुरक्षा बल आईटीबीपी (Indo-Tibetan Border Police) ने अपना 64वां स्थापना दिवस मनाया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और केंद्रीय राज्य मंत्री भजनलाल शर्मा ने इस अवसर पर जवानों को बधाई दी और हिमवीरों के साहस, देशभक्ति और समर्पण की सराहना की।
समारोह और मुख्य आकर्षण
- स्थापना दिवस के अवसर पर ITBP मुख्यालय में आयोजित समारोह में जवानों, अधिकारियों और उनके परिवारजनों की बड़ी संख्या मौजूद रही।
- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने वीडियो संदेश के माध्यम से जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि ITBP ने न केवल सीमाओं की रक्षा में अद्वितीय योगदान दिया है, बल्कि प्राकृतिक आपदाओं में भी लोगों की सेवा में अग्रणी भूमिका निभाई है।
- राज्य मंत्री भजनलाल शर्मा ने जवानों के बलिदान और उनकी कठिन परिश्रम की सराहना करते हुए कहा कि हिमालयी और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सीमा सुरक्षा निभाना अत्यंत चुनौतीपूर्ण है और ITBP ने हर परिस्थिति में अपनी जिम्मेदारी निभाई है।
ITBP की उपलब्धियां
- ITBP का गठन 1962 में भारत‑चीन युद्ध के बाद किया गया था और तब से यह संगठन हिमालयी सीमाओं की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है।
- बल ने सीमा सुरक्षा के साथ-साथ प्राकृतिक आपदाओं में बचाव और राहत कार्यों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
- इसके अलावा ITBP जवानों ने पर्वतीय क्षेत्रों में चिकित्सा और आपदा प्रबंधन सेवाओं में भी सक्रिय भागीदारी निभाई है।
कार्यक्रम की रूपरेखा
- स्थापना दिवस समारोह में ध्वजारोहण, परेड और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ शामिल थीं।
- जवानों को उनके उत्कृष्ट कार्य और वीरता के लिए सत्कार और पुरस्कार भी प्रदान किए गए।
- समारोह में ITBP के वरिष्ठ अधिकारी और विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
केंद्रीय नेतृत्व का संदेश
- अमित शाह ने कहा कि देश की सुरक्षा में ITBP का योगदान अतुलनीय है और जवानों की बहादुरी और समर्पण युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत है।
- उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि सरकार जवानों के कल्याण, प्रशिक्षण और आधुनिक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयासरत है।
ITBP का 64वां स्थापना दिवस न केवल संगठन की गौरवशाली यात्रा का प्रतीक है, बल्कि यह देशवासियों को यह याद दिलाने का भी अवसर है कि हिमवीरों की सतत सेवा, साहस और समर्पण ही भारत की सीमाओं को सुरक्षित बनाए रखता है। केंद्रीय नेतृत्व के संदेश ने जवानों के मनोबल और राष्ट्रभक्ति को और बढ़ावा दिया।
अगर चाहें, तो मैं इस खबर के लिए ITBP की प्रमुख हालिया उपलब्धियों की सूची, जवानों के व्यक्तिगत अनुभव और बयान, और स्थापना दिवस समारोह के फोटो कैप्शन भी जोड़ सकती हूँ, ताकि प्रिंट संस्करण और अधिक जीवंत और आकर्षक बने।





