पाकिस्तान में राष्ट्रीय सुरक्षा के इतिहास में एक अहम मामला सामने आया है, जिसमें ISI के पूर्व प्रमुख हमीद को सजा सुनाने के बाद यह मामला आगे बढ़ते हुए प्रधानमंत्री इमरान खान तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। आरोप है कि हमीद और उनके सहयोगियों ने संवैधानिक और सैन्य नियमों का उल्लंघन किया।
सूत्रों के अनुसार, हमीद के खिलाफ यह कार्रवाई सैन्य अदालत में की जाएगी, जहां मामले की पूरी गहन जांच और सुनवाई की जाएगी। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के मामलों में पूर्व उच्च सैन्य अधिकारी और राजनीतिक नेतृत्व दोनों प्रभावित हो सकते हैं।
विश्लेषकों के अनुसार, हमीद को दी गई सजा महज शुरुआत है और इसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान की सैन्य और राजनीतिक स्थिरता पर भी असर पड़ सकता है। सैन्य अदालत में मामले की सुनवाई से यह स्पष्ट होगा कि देश में संवैधानिक और सैन्य नियमों का पालन किस स्तर तक सुनिश्चित किया जा रहा है।
पाकिस्तान की मीडिया में भी इस मामले को लेकर चर्चा तेज है और माना जा रहा है कि इसके अगले चरण में राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व की जवाबदेही की प्रक्रिया और स्पष्ट होगी। विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि इमरान खान के कार्यकाल और उनके नीतिगत निर्णयों पर भी इस मामले का अप्रत्यक्ष प्रभाव पड़ सकता है।





